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ये है मखाना भूनने की सबसे सस्ती और टिकाऊ मशीन, तेल नहीं LPG सिलेंडर से चलती है

ये है मखाना भूनने की सबसे सस्ती और टिकाऊ मशीन, तेल नहीं LPG सिलेंडर से चलती है

आपको बता दें कि मखाने की खेती के लिए मौजूदा समय काफी उपयुक्त माना जाता है. वहीं इसकी उपज साल में दो बार ली जा सकती है. अगर आपको भी मखाने से बंपर कमाई लेनी है तो उसे भूनने की सबसे सस्ती और टिकाऊ मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं.

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मखाना भूनने की मशीन मखाना भूनने की मशीन

मखाने के बारे में तो हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं. इसकी पहचान ड्राई फ्रूट्स के रूप में की जाती है. वहीं कई लोग इन्हें फॉक्स नट या लोटस सीड (Lotus Seed) के नाम से भी जानते हैं. भारत का अधिकांश मखाना उत्पादन बिहार और उत्तर प्रदेश में होता है. वहीं मखाना सीधे खेत से नहीं निकलता बल्कि इसके पीछे पूरी प्रोसेसिंग होती है. मखाने की खेती बहुत कठिन नहीं है पर ज्यादातर किसान जानकारी के अभाव में इसकी खेती नहीं कर पाते हैं. आपको बता दें कि मखाने की खेती के लिए मौजूदा समय काफी उपयुक्त माना जाता है. इसके लिए खेत में लगभग हर वक्त डेढ़ से दो फिट पानी की जरूरत रहती है.

वहीं इसकी उपज साल में दो बार ली जा सकती है. अगर आपको भी मखाने से बंपर कमाई लेनी है तो उसे भूनने की सबसे सस्ती और टिकाऊ मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये मशीन तेल नहीं बल्कि LPG सिलेंडर से चलती है. आइए जानते हैं मशीन की खासियत.

मशीन की क्या है खासियत

बात करें मखाना भूनने वाली मशीन की तो इस मशीन का नाम मखाना प्राइमरी रोस्टर है. इस मशीन से आप आसानी से मखाना को भून सकते हैं. यह तेजी से काम करने वाली एक कम लागत वाली मशीन है. ये मशीन सभी प्रकार के मखाना को भूनने में सक्षम है. यह 1 किलोवाट ऊर्जा आवश्यकता के साथ चलती है. इसमें रोस्टिंग पैन, हीटिंग सिस्टम, पावर ट्रांसमिशन, एगिटेशन सिस्टम और डिस्चार्ज मैकेनिज्म सहित प्रमुख तकनीकी काम करती है. साथ इस मशीन से प्रति 100 किलोग्राम मखाना को गर्म करने यानी भूनने में 8 किलोग्राम एलपीजी गैस का उपयोग होता है.

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मखाने को कैसे करें रोस्ट

मखाने को भूनने के बाद उसके साइज़ के अनुसार ग्रेडिंग की जाती है. इसके बाद बीजों से नमी दूर करने के लिए कास्ट आयरन (लोहा) की कड़ाही में 200-250 डिग्री तापमान पर 5-6 मिनट के लिए रोस्ट किया जाता है. ऐसा करने से बीज का कवर अलग करने में आसानी होती है. वहीं अगले चरण में उन बीजों को अलग-अलग तापमान पर रोस्ट किया जाता है. रोस्टिंग के बाद बीजों को तोड़ा जाता है. बीजों को तोड़ने पर इसमें से पॉपकॉर्न जैसा मखाना निकलता है जिसे बेचकर किसान बेहतर मुनाफा कमा सकता है. 

क्या हैं मखाने के फायदे

मखाना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. यह खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है. साथ ही इसके कई फायदे भी होते हैं. खासतौर पर पुरुषों को इसे खाने की सलाह विशेष रूप से दी जाती है. मखाने में कोलेस्ट्रॉल, वसा और सोडियम अच्छी मात्रा में होता है, जिसके कारण इन्हें नाश्ते में आसानी से खाया जा सकता है. वहीं, मखाना प्रोटीन से भरपूर होता है और ग्लूटेन फ्री भी होता है. आपको शायद यकीन न हो, लेकिन इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप अपने शरीर के अतिरिक्त फैट को कम कर सकते हैं.