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ITC ने माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट के इस्तेमाल से बनाया 'कृषि मित्र' ऐप, किसानों को ऐसे मिलेगी मदद

ITC ने माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट के इस्तेमाल से बनाया 'कृषि मित्र' ऐप, किसानों को ऐसे मिलेगी मदद

आईटीसी का लक्ष्य है कि इस ऐप के जरिए वो किसानों को सशक्त बनाएगी, ताकि किसानों को सही समय पर सटीक जानकारी देकर उनके उत्पादन को बढ़ाया जा सके. इससे किसानों को अधिक फायदा होगा. साथ ही वो जलवायु परिवर्तन से हो रही समस्याओं के खिलाफ खुद को तैयार कर सकेंगे.

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आईटीसे ने किसानों के लिए बनाया कृषि मित्र ऐप (सांकेतिक तस्वीर) आईटीसे ने किसानों के लिए बनाया कृषि मित्र ऐप (सांकेतिक तस्वीर)

कृषि में जेनरेटिव एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत आईटीसी (ITC) ने एक एप्लीकेशन तैयार किया है. यह एप्लीकेशन किसानों के लिए जेनरेटिव एआई को वास्तविक बना रहा है. इस बारे में बताते हुए माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड फॉर रिटेल एंड एग्रीकल्चर सॉल्यूशंस के महाप्रबंधक पेपिजन रिचर ने कहा कृषि में जेनरेटिव एआई को बढ़ावा देने के लिए आईटीसी ने माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट टेम्पलेट का उपयोग किया है. इसका नाम कृषि मित्र दिया गया है. उन्होंने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि कृषि मित्र के जरिए किसानों को मदद दी जा रही है.  

पेपिजन रिचर ने कहा कि वर्ल्ड एग्रीटेक 2024 शीर्षक वाले एक ब्लॉग पोस्ट में एआई के साथ कृषि तकनीक के फायदों के बारे में बताया है. इसी क्रम में आईटीसी कृषि मित्र ऐप के जरिये किसानों के लिए जेनेरिक एआई को सच बना रहा है. वर्ल्ड एग्रीटेक 2024 में एक एआई कोपायलट शुरू किया गया था. इस ऐप को माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट टेम्पलेट का इस्तेमाल करते हुए बनाया गया है. रिचर ने उम्मीद जताई कि अपने पायलट फेज के दौरान यह ऐप भारत के तीन लाख से अधिक किसानों को अपनी सेवाएं देगा. वही इसके उपभोक्ताओं की संख्या 100 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. 

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किसानों को सशक्त बनाने का लक्ष्य

आईटीसी का लक्ष्य है कि इस ऐप के जरिए वो किसानों को सशक्त बनाएगी, ताकि किसानों को सही समय पर सटीक जानकारी देकर उनके उत्पादन को बढ़ाया जा सके. कंपनी ने बताया है कि ऐप की मदद से किसान जलवायु परिवर्तन से हो रही समस्याओं के खिलाफ खुद को तैयार कर सकेंगे. किसान मित्र ऐप में किसान अपनी भाषा में अपने स्मार्टफोन से जरिए अपने सवाल पूछ सकते हैं. इसके बाद ऐप के माध्यम से किसानों को उसी की स्थानीय भाषा में उसके सवालों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी. 

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ऐप करेगा किसानों की मदद

किसान पारंपरिक खेती में जलवायु परिवर्तन और मिट्टी की क्वालिटी के अलावा कई और चुनौतियों से जूझता है. कई किसान ऐसे हैं जिनके पास कृषि टेक्नोलॉजी के बारे में बेहद कम जानकारी होती है. यह ऐप इसमें भी किसानों की मदद कर सकता है. कृषि मित्र ऐप का इस्तेमाल करके किसान अपनी कार्यक्षमता और मुनाफा दोनों को बढ़ा सकते हैं. पेपिजन रिचर ने कहा कि यह खेती से जुड़ी अलग-अलग जानकारियां मुहैया कराने में सहयोग करता है. इसमें फसल प्रबंधन से लेकर कीट और रोग नियंत्रण, मृदा स्वास्थ्य, जल संरक्षण, मौसम पुर्वानुमान, मार्केट लिंकेज औऱ सरकारी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देना शामिल है.