
अगर आप मछली खाने के शौकीन हैं, लेकिन बाजार से मछली खरीदते समय उसकी ताजगी और सफाई को लेकर संदेह रहता है, तो अब इस परेशानी का हल आ गया है! भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के केंद्रीय मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान, कोच्चि ने एक अनोखा रेफ्रिजरेटेड फिश वेंडिंग कियोस्क तैयार किया है, जिसे "चिलफिश" नाम दिया गया है. यह कियोस्क मछली विक्रेताओं को एक हाइजीनिक और सुविधाजनक विकल्प देने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे ग्राहकों को हमेशा ताजा और स्वच्छ मछली मिल सके.
क्या है ये "चिलफिश" कियोस्क?
"चिलफिश" कियोस्क को फूड ग्रेड स्टेनलेस स्टील (SS 304) और ट्रांसपेरेंट पॉलीकार्बोनेट शीट्स से बनाया गया है, जिससे ग्राहक मछली को साफ-सुथरे माहौल में सीधे देख सकते हैं. इसमें 300-वाट क्षमता का रेफ्रिजरेशन सिस्टम लगाया गया है, जिससे मछली लंबे समय तक ताजा बनी रहती है. इसकी कुल कीमत ₹60,000 (GST सहित) है, जो छोटे मछली विक्रेताओं के लिए भी किफायती साबित हो सकती है.
कितनी मछली स्टोर हो सकती है?
इस कियोस्क में कुल 100 किलोग्राम मछली स्टोर की जा सकती है, जिसमें से 20 किलोग्राम चिल्ड स्टोरेज में और बाकी आइस बॉक्स में रखी जाती है. कियोस्क की खासियत की अगर बात करें, तो
व्यापार के लिए फायदेमंद सौदा!
इस कियोस्क के जरिए मछली विक्रेताओं की आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है. अनुमान के मुताबिक:
सालाना लागत |
₹26,26,650 |
सालाना आमदनी |
₹30,87,000 |
कुल मुनाफा |
₹4,60,350 |
लाभ-व्यय अनुपात (BCR) |
1:18 |
सोर्स- ICAR-Central Institute of Fisheries Technology, Kochi |
महिलाओं के लिए खास योजना
इस तकनीक की सफलता को देखते हुए केरल सरकार के मत्स्य विभाग की "सोसायटी फॉर असिस्टेंस टू फिशरविमेन (SAF)" ने ICAR-CIFT के साथ समझौता किया है. इस समझौते के तहत, 20 "चिलफिश" कियोस्क तैयार किए जाएंगे, जिससे महिला मछली विक्रेताओं को रोजगार और स्वच्छ व्यापार का मौका मिलेगा.
इसके अलावा, केरल और आंध्र प्रदेश के 11 स्थानों पर पहले से ही ये कियोस्क सफलतापूर्वक लगाई जा चुकी हैं. "चिलफिश" की मदद से अब ग्राहक बेझिझक ताजी मछली खरीद सकेंगे और विक्रेताओं को भी व्यापार में बेहतर लाभ मिलेगा.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today