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राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर ठगी, वाट्सअप पर आता है यह Link तो न करें क्लिक, अकाउंट हो जाएगा खाली

राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर ठगी, वाट्सअप पर आता है यह Link तो न करें क्लिक, अकाउंट हो जाएगा खाली

गृह मंत्रालय (MHA) के साइबर विंग के अयोध्या में बने कंट्रोल रूम को कई ऐसे फेक लिंक की जानकारी मिली है. वहीं, पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधी पहले पहले लोगों के वाट्सअप पर Live streaming लिंक भेज रहे हैं.

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राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर साइबर ठगी. (सांकेतिक फोटो) राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर साइबर ठगी. (सांकेतिक फोटो)

अगर आपके वाट्सअप पर अयोध्या में चल रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का Live streaming लिंक आता है, तो सावधान हो जाएं. आप गलती से भी इस लिंग को नहीं खोलें, वरना साइबर अपराधी आपके अकाउंट को खाली कर देंगे. क्योंकि साइबर स्कैमर्स राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उत्साह का फायदा उठाने में लगे गए हैं. वे अनजान वक्तियों को वाट्सअप पर समारोह का Live streaming लिंक भेज रहे हैं और प्रसाद की डिलीवरी के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए कह रहे हैं. लिंक पर क्लिक करते ही अकाउंट से पैसे कट जा रहे हैं. 

वाट्सएप पर फर्जी Live streaming लिंक से सावधान 

दरअसल, गृह मंत्रालय (MHA) के साइबर विंग के अयोध्या में बने कंट्रोल रूम को कई ऐसे फेक लिंक की जानकारी मिली है. वहीं, पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधी पहले पहले लोगों के वाट्सअप पर Live streaming लिंक भेज रहे हैं. इसके बाद अयोध्या से 'प्रसाद' की डिलीवरी कराने के नाम पर लिंक पर क्लिक कर डिटेल्स भरने के लिए कहा जाता है. डिटेल्स भरते ही जालसाज बैंक खातों की जानकारी हासिल कर लेते हैं और कुछ सेकंड में अकाउंट खाली हो जाता है. अगर आपके वाट्सअप पर भी इस तरह का लिंक आता है, तो भूलकर भी उसके ऊपर क्लिक न करें, वरना चूना  लग जाएगा. 

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यहां करें शिकायत

एक पुलिस अधिकारी ने आगाह किया कि शायद ही कोई धार्मिक संगठन या संस्था हो जो इस तरह प्रसाद वितरित करता हो. अगर किसी के पास ऐसे संदेश आते हैं, तो कृपया उन्हें अनदेखा करें और किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. पुलिस ने लोगों से ऐसी घटनाओं की तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन (1930) या वेबसाइट cybercrime.gov.in के माध्यम से रिपोर्ट करने का आग्रह किया है.

ऑनलाइन प्रसाद के नाम पर ठगी से बचें 

वहीं, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि 22 जनवरी को अभिषेक समारोह में मेहमानों को 'रामराज' और लड्डू प्रसाद का उपहार दिया जाएगा. 'रामराज' में मंदिर के शिलान्यास के दौरान निकाली गई मिट्टी शामिल है. हालांकि, प्रसाद की ऑनलाइन डिलीवरी का कोई प्रावधान नहीं है. ऐसे में जालसाज लोगों के उत्साह का फायदा उठाना चाहते हैं. इसलिए फर्जी लिंक से सावधान रहें.

19 जनवरी को नोटिस जारी किया गया

इस बीच, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने ई-कॉमर्स दिग्गज के भारतीय बाजार का संचालन करने वाली इकाई अमेज़ॅन सेलर सर्विसेज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. 19 जनवरी को जारी नोटिस में प्लेटफॉर्म पर 'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' नाम से खाद्य उत्पादों की बिक्री को संबोधित किया गया है. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत संभावित कानूनी कार्रवाई के साथ, अमेज़ॅन को जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है.

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