इस समय पूरे देश में गेहूं की कटाई का काम चल रहा है. किसान तेजी से कटाई का काम कर रहे हैं और मंडियों में गेहूं की बिक्री भी हो रही है. कटाई के इस काम को आसान और जल्द से जल्द करने के लिए सरकार किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर भारी सब्सिडी देती है. इन्हीं योजनाओं में से एक है “सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM)”, जिसके तहत कंबाइन हार्वेस्टर जैसे आधुनिक मशीनों पर सरकार की ओर से 11 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है.
कंबाइन हार्वेस्टर एक कृषि यंत्र है जिससे गेहूं, धान, मक्का जैसी फसलों की कटाई आसानी से की जा सकती है. इसके साथ ही यह मशीन थ्रेसिंग (अनाज को भूसे से अलग करना) और विनोइंग (भूसे और मलबे को अलग करना) जैसे काम भी करती है. यह एक मशीन तीन काम करती है जिससे कटाई का काम तेजी से हो सकता है और समय और मेहनत की बचत हो सकती है. यह मशीन दो तरह की आती है- पहली है स्वचालित कंबाइन हार्वेस्टर और दूसरी है ट्रैक्टर चालित कंबाइन हार्वेस्टर.
भारत में कंबाइन हार्वेस्टर की कीमत लगभग 5.35 लाख से 26.70 लाख तक होती है. बाजार में हिंद एग्रो, दशमेश, क्लास, प्रीत जैसे प्रसिद्ध ब्रांड्स उपलब्ध हैं, जिन्हें किसान अपनी जरूरत और बजट के अनुसार खरीद सकते हैं.
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केंद्र सरकार की ओर से सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना चलाई जा रही है. इसके तहत किसानों को कंबाइन हार्वेस्टर खरीदने के लिए सब्सिडी दी जाती है. योजना के तहत सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु एवं सीमांत किसानों और महिला किसानों को 6 फीट कटर वाली कंबाइन हार्वेस्टर पर 50 फीसदी या अधिकतम 11 लाख रुपये तक की सब्सिडी देती है. वहीं, सामान्य वर्ग के किसानों को 40 फीसदी या अधिकतम 8.80 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है.
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