scorecardresearch
जयंत चौधरी के साथ कांग्रेस ने ऐसा क्‍या किया था, जिसके बारे में मेरठ में पीएम मोदी सबको बताया

जयंत चौधरी के साथ कांग्रेस ने ऐसा क्‍या किया था, जिसके बारे में मेरठ में पीएम मोदी सबको बताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में अपनी पहली रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी मेरठ में थे और उनके साथ स्‍टेज पर राष्‍ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के मुखिया जयंत चौधरी भी थे. आरएलडी हाल ही में राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्‍सा बनी है.

advertisement
जयंत चौधरी और पीएम मोदी ने साझा किया मंच जयंत चौधरी और पीएम मोदी ने साझा किया मंच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में अपनी पहली रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी मेरठ में थे और उनके साथ स्‍टेज पर राष्‍ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के मुखिया जयंत चौधरी भी थे. आरएलडी हाल ही में राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्‍सा बनी है. पीएम मोदी ने कहा मेरठ की 'क्रांति और क्रांतिकारियों' की भूमि के रूप में सराहना की, जिसने देश को चौधरी चरण सिंह जैसे नेता दिए. इस रैली को गौरव दिवस नाम दिया गया था और इसे एक तरह से चौधरी चरण सिंह को मिले भारत रत्‍न सम्‍मान के समारोह का प्रतीक भी करार दिया गया. पीएम मोदी ने इस दौरान उस घटना का जिक्र भी किया जब कांग्रेस पार्टी ने जयंत के दादा चरण सिंह को भारत रत्‍न दिए जाने के मसले पर जमकर हंगामा किया था. जानिए आखिर क्‍या थी वह घटना जिसका जिक्र पीएम मोदी ने इस रैली में किया. 

क्‍या हुआ था राज्‍यसभा में 

इस साल फरवरी में जब केंद्र सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न देने का ऐलान किया जो संसद में जमकर हंगामा हुआ. आरएलडी के मुखिया जयंत ने राज्‍यसभा में जब बोलना शुरू किया तो विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पर सवाल खड़ा किया. जयंत चौधरी अपने दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न से सम्मानित किए जाने को लेकर सदन को संबोधित कर रहे थे. इसी समय खड़गे खड़े हुए और उन्‍होंने सवाल किया कि आखिर जयंत को किस नियम के तहत बोलने का अधिकार दिया गया है. यहां तक कि इस दौरान उनके एनडीए में शामिल होने की बात तक कही गई. 

यह भी पढ़ें- 4 जून को 400 पार- मेरठ में गरजे पीएम मोदी, विपक्ष पर लगाया भ्रष्‍टाचार का आरोप 

लगाया सौदेबाजी तक का आरोप 

खड़गे ने हालांकि कहा कि कांग्रेस पार्टी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न मिलने के ऐलान का सम्‍मान करते हैं और जिन्‍हें सम्‍मानित किया गया है, उन्‍हें भी सैल्यूट करते हैं. वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने यहां तक कह दिया कि अब अगर जयंत चौधरी एनडीए में जाते हैं तो उससे तो यही साबित होगा कि भारत रत्‍न को लेकर सौदेबाजी हुई है और उनको अब तो बिल्कुल भी एनडीए का हिस्सा नहीं बनना चाहिए. वहीं जयंत ने कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न से सम्मानित करने का फैसला एक बड़ा निर्णय है. यह फैसला सिर्फ उनके परिवार तक ही सीमित नहीं था, बल्कि किसानों को मजबूत करने वाला फैसला है. उन्होंने कहा कि इस सरकार की कार्यशैली चरण सिंह की कार्यशैली को दर्शाती है. उनका कहना था कि कोई मजबूत सरकार ही चरण सिंह को भारत रत्‍न दे सकती थी.

पीएम मोदी न होते तो...

जयंत चौधरी ने आगे कहा कि उन्‍हें लगता है कि कि पीएम मोदी और भारत सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न दिया है. उनका कहना था कि एक जमीनी सरकार, जो जमीन की आवाज को समझती है और उसे ऊपर उठाना चाहती है, ऐसी सरकार ही धरती पुत्र चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न दे सकती है. रैली में जयंत ने कहा कि पीएम मोदी जानते हैं कि चौधरी चरणसिंह का क्या योगदान रहा है. पीएम मोदी का नाम बार-बार नौजवान ले रहे थे. उनका कहना था कि भ्रष्‍टाचार के खिलाफ चौधरी साहब ने आवाज उठाई. जयंत सिंह ने कहा कि पीएम मोदी न होते तो चौधरी चरण सिंह को भारत रत्‍न न मिलता.