जींद के खरेंटी गांव के किसानों का आरोप है कि बारिश से गेहूं की फसल खराब हो चुकी है. किसानों ने बताया कि कई दिन पहले सूचना देने के बाद भी कोई सर्वे के लिए नहीं आया है. जबकि फसल कटने में अब सिर्फ 6-7 दिन ही बचे हैं. तीन साल सरकारी दफ्तरों में भटकने और तीन साल कोर्ट में केस लड़ने के बाद जींद, हरियाणा के किसान सूरजमल ने फसल बीमा का केस जीता है. हालांकि मुआवजा अभी तक नहीं मिला है. जींद के ही खरेंटी गांव में सूरजमल जैसे और भी किसान हैं, लेकिन उनका कहना है कि हम बीमा की रकम पाने को दफ्तरों और कोर्ट के चक्कर काटें या खेती को देखें और परिवार का पेट भरें. गांव में ऐसे भी किसान हैं जिन्हें दो-तीन बार फसल बीमा की रकम नहीं मिली है, बावजूद इसके एक उम्मीद में हर बार फसल का बीमा करा रहे हैं.
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