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Vegetables Prices: सब्जियों और फलों की कीमतों में उछाल, ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ने वाला है आलू 

Vegetables Prices: सब्जियों और फलों की कीमतों में उछाल, ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ने वाला है आलू 

किसान आंदोलन पर सीमाएं सील होने और मौसम में बदलाव के चलते मंडियों में आवक घट रही है, जिसका असर सब्जियों और फलों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के रूप में देखा जा रहा है. गाजर, टमाटर, पपीता, संतरा, आलू, अरबी समेत अन्य सब्जियों और फलों की कीमत में उछाल दर्ज किया गया है. आलू की थोक कीमत में करीब 3 रुपये प्रति किलो की तेजी आई है.

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आलू समेत कुछ सब्जियों और फलों के दाम बढ़े हैं. आलू समेत कुछ सब्जियों और फलों के दाम बढ़े हैं.

किसान आंदोलन और मौसम में बदलाव के चलते मंडियों में आवक घट रही है, जिसका असर सब्जियों और फलों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के रूप में देखा जा रहा है. गाजर, टमाटर, पपीता, संतरा, आलू, अरबी समेत अन्य सब्जियों और फलों की कीमत में उछाल दर्ज किया गया है. आलू की थोक कीमत में करीब 3 रुपये प्रति किलो की तेजी आई है और इसमें और उछाल आने का अनुमान जताया गया है. दिल्ली एनसीआर की सब्जी और फल मंडियों के आढ़तियों और ट्रेडर्स ने कहा है कि आवक में कमी के चलते कीमतें प्रभावित हो रही हैं. 

अपनी मांगों को लेकर आंदोलित किसानों की वजह से पंजाब-हरियाणा और दिल्ली की सीमाएं सील हैं, ऐसे में ट्रांसपोर्टेशन पर असर पड़ रहा है. इसकी वजह से सब्जी और फलों के ट्रांसपोर्टेशन पर भी असर पड़ा है, जिससे कुछ सब्जियां और फलों के दाम बढ़े हैं. जबकि, कुछ फल और सब्जियों मौसम की वजह से भी महंगी हो रही हैं. गाजियाबाद की साहिबाबाद फल एवं सब्जी मंडी के आढ़ती हाजी मोहम्मद युनुस ने बताया कि मौसम में गर्मी बढ़ने के चलते संतरे की आवक पर असर पड़ा है, जिससे थोक कीमत 5 रुपये प्रति किलो बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि संतरा की कीमत 50-70 रुपये है. 

आलू 100 रुपये प्रति क्विंटल महंगा हुआ 

गाजीपुर सब्जी मंडी में आलू की कीमत में भारी उछाल दर्ज किया गया है. 15 दिन पहले जो आलू 300-350 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा था, वो अब बढ़कर 400-450 रुपये कीमत पर आ गया है. जबकि, मंडी के आलू आढ़तियों ने कहा कि आलू की कीमत 500 रुपये प्रति क्विंटल तक जाएगी. क्योंकि, कोल्ड स्टोरेज खुल गए हैं और किसान स्टोरेज में फसल ले जा रहा है. इसका असर मंडी में आने वाली आलू की आवक पर पड़ा है. 

सीमाएं सील होने से भाड़ा महंगा पड़ रहा 

मंडी के आढ़तियों और ट्रेडर्स ने कहा कि किसान के पास से आवक घटी है. क्योंकि, किसान आंदोलन के चलते सीमाएं सील होने से भाड़ा महंगा पड़ रहा है, जिससे आढ़ती को फसल महंगी पड़ रही है और इसका असर कीमत पर दिख रहा है. नासिक की प्याज की कीमत में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है. लेकिन, 25 किलो टमाटर क्रेट की कीमत में भारी उछाल दर्ज किया गया है. टमाटर की थोक कीमत 350-400 रुपये थी जो अब यह 500 रुपये पर पहुंच गई है.

पपीता 30 रुपये चढ़ा और मटर भी महंगी हुई 

गाजर 15 दिन पहले 7 रुपये किलो बिक रही थी जो अब करीब 3 रुपये बढ़कर 10 रुपये किलो हो गई है. मटर की कीमत में उछाल दर्ज किया गया है, जबकि गोभी पिछले सप्ताह 5 रुपये प्रतिकिलो की बढ़ोत्तरी के बाद स्थिर है और अब 20-21 रुपये प्रति किलो थोक कीमत पर बिक रही है. पपीता जो पहले 100 रुपये में मिल रहा था अब वो  130 रुपये की थोक कीमत के पार हो गया है. खीरा 25 रुपये से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है. अरबी 90 रुपये की जगह 120 रुपये किलो मिल रही है. 

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