वर्तमान समय में बैंगन के भर्ते की मांग घर से लेकर फाइव स्टार होटलों तक है. बैंगन की और भी कई रेसिपी बनती है. ऐसे में आप एक किसान हैं तो बैंगन की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. आपको बता दें, बैंगन लंबे समय तक उपज देता है. सरल शब्दों में कहा जाए तो बैंगन एक बारहमासी पौधा है, लेकिन ज्यादातर किसान इसे वार्षिक पौधे के रूप में लगाते हैं. वहीं बैंगन एक ऐसी सब्जी है, जो सिर्फ दो महीने में तैयार हो जाती है. यानी किसान दो महीने में ही कमाई करना शुरू कर सकते हैं.
ऐसे में किसान बैंगन की अच्छी किस्मों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी कुछ ऐसी किस्में हैं, जिसमें न कीट लगते हैं और न ही रोग होता है. आइए जानते हैं बैंगन की खेती के लिए कैसे तैयार करें नर्सरी और किन पांच किस्मों की करें बुवाई.
अगर आप किसान हैं और इस महीने बैंगन की खेती करना चाहते हैं तो इससे पहले नर्सरी को तैयार कर लें. इसे तैयार करने के लिए लो टनल पॉलीहाउस से अच्छी क्वालिटी का पौधा तैयार कर सकते हैं. इसके लिए संकर किस्म के 100 से 120 ग्राम बीज और सामान्य किस्मों के 160 से 180 ग्राम बीज प्रति एकड़ की दर से तैयार करें. वहीं बुवाई से पहले 4 ग्राम ट्राईकोडर्मा या 2 ग्राम थीरम में प्रति किलो बीज का उपचार करें. इसके बाद बीज को लगा दें.
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इस बैंगन की संकर किस्म के पौधे मध्यम और सीधे खड़े रहने वाले होते हैं. इसके फल गोल, चमकदार और आकर्षक बैंगनी रंग के होते हैं. इसके प्रत्येक फल का वजन लगभग 200 ग्राम होता है. वहीं बुवाई से पहली तुड़ाई में 85 से 90 दिन लगते हैं. इस किस्म की पैदावार 40 से 60 टन प्रति हेक्टेयर है.
इस किस्म का बैंगन लंबा होता है. साथ ही यह काफी चमकदार, बैंगनी रंग का होता है. किसान बैंगन की इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 25 से 27 क्विंटल का अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. बैंगन की पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म की खेती ज्यादातर उत्तर प्रदेश और पंजाब में की जाती है.
बैंगन की इस हाइब्रिड किस्म की पैदावार अच्छी होती है. इसके पौधे करीब 70-80 सेंटीमीटर लंबे होते हैं. इसके फल मध्यम आकार के चमकदार बैंगनी रंग के होते हैं. एक बैंगन का वजन करीब 150-200 ग्राम होता है. इससे प्रति हेक्टेयर करीब 700-750 क्विंटल उपज प्राप्त हो सकती है. वहीं इसकी फसल 55-60 दिनों में तैयार हो जाती है.
बैंगन की यह किस्म गहरे बैंगनी रंग की होती है. इस किस्म के फल गोल आकार के होते हैं. इसके फसलों का वजन करीब 130-140 ग्राम प्रति फल होता है. यह किस्म 60-70 दिन में भी पककर तैयार हो जाती है. बैंगन की पूसा पर्पल राउंड किस्म विल्ट और फल सड़न के प्रति प्रतिरोधी है.
बैंगन की यह किस्म गुच्छों में पैदा होती है. इसके फलों की लंबाई 10-12 सेमी होती है. बैंगन की पूसा पर्पल क्लस्टर किस्म जीवाणु विल्ट रोधी भी है. यह किस्म बैंगन की अन्य किस्मों से कहीं अधिक उपज देती है.
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