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Onion Price: प्याज की निर्यातबन्दी ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, जानिए किस मंडी में कितना है दाम

Onion Price: प्याज की निर्यातबन्दी ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, जानिए किस मंडी में कितना है दाम

चार महीने बाद भी प्याज की निर्यातबन्दी खत्म न होने गुस्से में हैं महाराष्ट्र के किसान. महाराष्ट्र देश का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक है. किसानों ने कहा कि 60 प्रतिशत तक गिर गए हैं दाम. संगठन ने सरकार से पूछा क्या कृषि उपज का दाम कम करके किसानों की डबल होगी आय?

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प्याज़ का मंडी भाव प्याज़ का मंडी भाव

महाराष्ट्र में प्याज की खेती करने वाले किसान इस साल छटपटा रहे हैं. काफी समय बाद इस साल अच्छा दाम मिलने की संभावना थी लेकिन सरकार ने निर्यात बन्दी करके किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. चार महीने से प्याज का निर्यात नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से स्थानीय मंडियों में आवक बढ़ी है. ज्यादा प्याज की आवक के कारण दाम गिर गए हैं. किसान इस बात से काफी परेशान हैं. किसानों का आरोप है कि निर्यातबन्दी के कारण प्याज के दाम 60 प्रतिशत से ज्यादा गिर गए हैं. सरकार इस घाटे की भरपाई करे वरना चुनाव में नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे.

अहमदनगर के किसान बाजीराव गागरे का कहना है कि इस समय मंडियों में किसान 1000 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज बेच रहे हैं. लेकिन अगर निर्यातबन्दी न होती तो दाम इस समय 40 रुपये किलो मिल रहा होता. क्योंकि इस साल प्याज का उत्पादन कम है. किसानों के इस घाटे की भरपाई कैसे होगी. हमैं उम्मीद थी कि सरकार अपने वादे के अनुसार 1 अप्रैल 2024 से प्याज की निर्यातबन्दी खत्म कर देगी लेकिन ऐसा नहीं किया, बल्कि निर्यातबन्दी को अनिश्चित काल के लिए आगे बढ़ा दिया. इसलिए आगे भी भविष्य नहीं दिख रहा है.

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कैसे डबल होगी किसानों की आय

महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि सरकार हमें बताए कि क्या प्याज की खेती करने वाले किसान इस देश के नागरिक नहीं हैं. प्याज उगाने वाले किसानों ने कौन सी गलती की है कि उन्हें लगातार दबाया जा रहा है. अगर किसान 20 रुपये किलो की लागत लगाते हैं तो क्या उन्हें 30 रुपये किलो का रेट नहीं मिलना चाहिए. हम कभी नहीं कहते कि 100 रुपये किलो प्याज बिके. हम सिर्फ यह चाहते हैं कि हमें हमारी लागत के ऊपर दाम मिले. दिघोले का कहना है कि सरकार ने किसानों की आय डबल करने का नारा लगाया था. हम पूछना चाहते हैं कि क्या कृषि उपज का दाम घटाकर किसानों की आय डबल होगी?

किस मंडी में कितना है दाम      

  • अकलुज मंडी में 10 अप्रैल को 225 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 300, अधिकतम 1600और औसत दाम 1000 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
  • मुंबई मंडी में 7518 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 1100,अधिकतम  और1600 औसत दाम 1350 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
  • पुणे मंडी में 6490 अप्रैल को 500 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 1500, अधिकतम 2000और औसत दाम 1000 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
  • कराड़ मंडी में 75 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 500, अधिकतम 1700 और औसत दाम 1700रुपये प्रति क्विंटल रहा. 

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