केरल का त्रिशूर जिला. उस बड़े जिले का एक छोटा सा गांव मट्टाथूर जो एक पंचायत भी है. यहां के किसानों ने कमाल कर दिया है. यह कमाल किसानों की कमाई में हुई है. बड़ी बात ये कि एक ही हफ्ते में यहां के किसानों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली. वह भी तब जब चारों ओर से किसानों के नुकसान की खबरें आ रही हैं. किसान छाती पीट रहे हैं कि उनकी लागत का क्या होगा जो फसलों में लगाई थी. फल से लेकर सब्जी के किसान अपना खर्च निकालने में भी नाकाम हैं, वही मट्टाथूर के किसान एक ही हफ्ते में कई साल की कमाई कर बैठे.
कुछ दिन पहले ही ओणम बीता है. इस दौरान त्रिशूर के दो प्रमुख मार्केट प्लेटफॉर्म पर किसानों ने अपनी उपज की बंपर बिक्री की. ओणम नई फसल का त्योहार है जिस दौरान किसान हार्वेस्टिंग करते हैं और उसकी बिक्री भी करते हैं. इस दौरान किसानों ने सबसे अधिक फल और सब्जियों की बिक्री की. इसमें भी नेंद्रन केला सबसे टॉप पर रहा. इस केले ने ही कई किसानों की लाखों में कमाई करा दी है. अगर कुल कमाई का आंकड़ा देखें तो यह एक करोड़ के आसपास है.
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केवल 17 अगस्त को ही एक दिन में मट्टाथूर के किसानों ने 25 टन नेंद्रन केले की बिक्री की. यहां इस केले की भारी मांग देखी जाती है. एक दिन में ही यहां किसानों ने 15.50 लाख रुपये का केला बेच दिया. इस पंचायत के किसान 350 एकड़ में सब्जी उगाते हैं और अन्य फसलें 250 एकड़ में उगाई जाती हैं. यहां के किसान रामबुटान की भी खेती करते हैं. यहां की आबादी 55,000 की है जिसमें से 10,000 लोग खेती-बाड़ी करते हैं.
इन किसानों की कमाई बढ़ने के पीछे एक खास वजह केरल का एग्रीकल्चर इनफॉरमेशन मैनेजमेंट सिस्टम भी है. इस सिस्टम पर मट्टाथूर के सबसे अधिक किसान रजिस्टर्ड हैं. मट्टाथूर के किसानों ने यह दिखा दिया है कि खेती से भी बेहद अच्छी कमाई की जा सकती है. यहां के एक किसान ऐसे हैं जिन्होंने एक साल में सब्जी की खेती से 38 लाख रुपये की कमाई की है.
मुट्टाथूर गांव में किसानों की कमाई बढ़ने के पीछे एक वजह केले की बहुतायत में खेती भी है. यहां कई अच्छी वैरायटी के केले उगाए जाते हैं. इन वैरायटी में कढ़ली से लेकर नेंद्रन तक शामिल हैं. कढ़ली वैरायटी का केला गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर में सबसे अधिक सप्लाई होता है. और भी कई जगहों पर यह केला बेचा जाता है जिससे किसानों की कमाई बढ़ जाती है.
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ठीक उसी तरह दूसरे प्रदेशों के लोग मट्टाथूर में नेंद्रन केला देखने और खरीदने आते हैं. यहां तक कि यहां से कई जगहों के लिए इस केले की सप्लाई की जाती है. मार्केट में अच्छी क्वालिटी का केला कम मिलता है और उसमें नेंद्रन ने अपनी खास जगह बनाई है. मट्टाथूर में उगाए जाने वाले केले से चिप्स के अलावा एनर्जी ड्रिंक्स भी बनाई जाती है. इससे किसानों की आमदनी लगातार बढ़ती है.
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