गोवा स्थित वालपोई के हरे-भरे बगीचों में आम की खेती करने वाले किसान नेस्टर रंगेल ने अपने बेशकीमती आमों को शिकारी बंदरों से बचाने के लिए एक अनोखा तरीका खोजा है. हालांकि यह तरीका कोई रॉकेट साइंस नहीं है. इसे हर किसान आसानी से कॉपी कर सकता है. रंगेल ने बताया, "मैं आमतौर पर अपने बगीचे में जामुन के पेड़ पर बंदरों के लिए जामुन छोड़ देता हूं ताकि वे मेरी मुख्य फसल आम से दूर रहें." यह बेहद सरल तरीका न केवल उनकी आम की फसल की रक्षा करती है, बल्कि साधारण जामुन के भीतर छिपी एक बड़ी क्षमता को भी सामने लाती है.
पिछले कुछ दशकों में, रंगेल के उगाए आम के फल विटामिन सी से भरपूर और ग्लूकोज-फ्रुक्टोज से कम होने के कारण मधुमेह रोगियों के बीच लोकप्रिय हो गए हैं. हालांकि, जंगली जानवरों के हमलों के सामने, रंगेल की कई कोशिशें शुरू में नाकाम साबित होती रहीं क्योंकि बंदरों से फसल को बहुत नुकसान हुआ. लेकिन रंगेल ने जामुन से आम की रखवाली करवा दी, वह भी जुगाड़ू तरीके से.
जामुन भारत के कई हिस्सों में एक लोकप्रिय फल है. विशेष रूप से गोवा में जहां वे उष्णकटिबंधीय जलवायु में पनपते हैं. जामुन के व्यावसायिक फायदे को काफी हद तक नजरअंदाज कर दिया जाता है. लेकिन अब इसका महत्व बढ़ रहा है, खासकर मधुमेह रोगियों के लिए. इसका प्रयोग फूड प्रोसेसिंग में भी खूब हो रहा है. यहां तक कि जूस और जेली आदि में इसकी डिमांड बढ़ गई है. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च (आईआईएचआर) बेंगलुरु में फल विज्ञान में विशेषज्ञता वाली प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एस प्रियादेवी ने जामुन के औषधीय महत्व पर जोर दिया.
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देवी ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया, "जामुन एक न्यूट्रास्युटिकल फसल है जो पौष्टिक होने के साथ-साथ औषधीय मूल्य भी रखती है, फिर भी इसका व्यावसायिक रूप से कम उपयोग किया जाता है. जामुन न केवल एक फल के रूप में बल्कि इसके बीज पाउडर तक का इस्तेमाल होता है. उन्होंने कहा, "बागवानी विशेषज्ञों और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के लिए इस साधारण फल से होने वाले अलग-अलग लाभों के लिए इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होना बाकी है.
जामुन के कई तरह के इस्तेमाल अब सामने आ रहे हैं. इसमें सबसे बड़ा उपयोग कीटनाशक के साथ-साथ जंगली जानवरों से बचाव भी शामिल है. इसी में गोवा के किसान ने भी जामुन का अनोखा प्रयोग किया. इस किसान ने अपने जामुन के पेड़ पर जामुन छोड़ दिए क्योंकि यह सीजन जामुन का नहीं होता है. किसान को एक्सपर्ट से पता चला कि कीटों और बंदरों के लिए प्राकृतिक निवारक के रूप भी जामुन काम कर सकता है. इसके बाद रंगेल ने इस जुगाड़ का इस्तेमाल किया और बंदरों को आम से दूर कर दिया.
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