इस वित्तीय वर्ष में इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार (ईएनएएम) प्लेटफॉर्म पर कई राज्यों में फार्मगेट से फसलों की खरीद बढ़ी है, जिससे किसानों को अपनी उपज को मंडियों तक ले जाने की लागत में बचत के कारण अतिरिक्त आमदनी हो रही है. खास बात यह है कि ईएनएएम के जरिए सबसे ज्यादा 11 राज्यों में फसलों की खरीद हो रही है, जिसमें आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का नाम शामिल है. इन राज्यों में किसानों ने ई-एनएएम के जरिए धान, मक्का, कपास, फूलगोभी, प्याज और टमाटर और अन्य वस्तुएं बेची हैं. इससे किसानों की बंपर कमाई हो रही है.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि ई-एनएएम पोर्टल पर किसानों द्वारा वस्तुओं के बारे में लॉट साइज और अन्य विवरण अपलोड करने के बाद, खरीदार किसानों के बैंक खातों और अपेक्षित मंडी शुल्क का भुगतान करने के बाद सीधे फार्म-गेट से वस्तुओं को प्राप्त करते हैं. इससे परिवहन लागत और मंडी में वस्तुओं की लोडिंग और अनलोडिंग की लागत बचती है. कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अप्रैल-दिसंबर (2023-24) में फार्म गेट व्यापार की मात्रा अभी भी ई-एनएएम के 57,633 करोड़ रुपये के कुल कारोबार का एक छोटा सा हिस्सा है. यह इस्तेमाल किए जा रहे डिजिटल प्लेटफॉर्म में क्रमिक बदलाव का संकेत देता है.
अप्रैल-दिसंबर, 2023 के दौरान फार्मगेट मॉडल का उपयोग करके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वस्तुओं का कुल कारोबार मूल्य 74 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में बहुत कम मात्रा में कारोबार हुआ था. कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने अन्य राज्यों से फार्म गेट खरीद मॉडल का पालन करने का आग्रह किया है, ताकि किसान उचित समय पर अपनी वस्तुएं बेच सकें और लागत बचा सकें. इस बीच, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में ई-एनएएम पर अंतर-मंडी व्यापार 161 प्रतिशत बढ़कर 1137 करोड़ रुपये हो गया है. अंतरराज्यीय व्यापार के मामले में भी साल की शुरुआत से बढ़ोतरी देखी गई है.
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ई-एनएएम प्लेटफॉर्म वर्तमान में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचित 209 कृषि, बागवानी और अन्य वस्तुओं में ऑनलाइन व्यापार की अनुमति देता है. वर्तमान में, 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 1,361 मंडियां ई-एनएएम प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत हैं. साथ ही, 17.68 मिलियन किसान, 3320 एफपीओ, 0.25 मिलियन व्यापारी और लगभग 0.11 मिलियन कमीशन एजेंट ई-एनएएम के साथ पंजीकृत हैं. वर्तमान में तमिलनाडु (157), राजस्थान (145), गुजरात (144), महाराष्ट्र (133), उत्तर प्रदेश (125) और हरियाणा (108) मंडियों सहित 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ई-एनएएम प्लेटफॉर्म पर हैं, जिसे अप्रैल में लॉन्च किया गया था.
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