Odisha Agriculture: जेयपोर में ऊपरी कोलाब सिंचाई परियोजना से आज छोड़ा जाएगा पानी! भ्रम की स्थिति में किसान

Odisha Agriculture: जेयपोर में ऊपरी कोलाब सिंचाई परियोजना से आज छोड़ा जाएगा पानी! भ्रम की स्थिति में किसान

पानी पंचायतों के प्रतिनिधियों को उनके गांव के लिए पानी छोड़े जाने की सही तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. इसके कारण किसान चिंतित है और उनके अंदर भ्रम की स्थिति बन गई है.

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Odisha Agriculture: जेयपोर में ऊपरी कोलाब सिंचाई परियोजना से आज छोड़ा जाएगा पानी! भ्रम की स्थिति में किसानOdisha Irrigation project

ओडिशा में सिंचाई किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है. खास कर रबी के सीजन में अगर सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं हो तो खेती करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में जेयपोर जिले के किसानों को आज से बड़ी राहत मिलने वाली है. क्योंकि आज से जेयपोर उपमंडल क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी मिलने वाला है. जेयपोर में कोलाब सिंचाई प्रभाग ने पहले ही कहा था कि वो रबी सीजन के सिंचाई के लिए एक जनवरी से पानी छोड़ेंगे. क्योंकि रबी सीजन में सिंचाई सुविधाओं के अभाव के कारण जेयपोर मंडल में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इसके कारण कई किसान खेती नहीं कर पाते थे और अच्छी उपज नहीं ले पाते थे, पर इस बार उन्हें इस परेशानी से मुक्ति मिल गई है. 

क्षेत्र में सिंचाई की समस्या औऱ किसानों के लिए पानी छोड़ने को लेकर बोरीगुम्मा में एक शीर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई थी जहां पर पहले ही पानी छोड़े जाने प्रस्ताव रखा गया था पर इसके बाद भी  बैठक में एक जनवरी 2024 को पानी छोड़ने का फैसला किया गय़ा था. इसके तहत 25,700 हेक्टेयर कृषि भूमि में रबी फसल की खेती के लिए सिंचाई के लिए पानी दिए जाने की बात कही गई थी. हालांकि इसके बाद किसानों और अधिकारियों के बीच किसी तरह का संवाद या संपर्क नहीं हुआ था. इसलिए किसान संकट में थे की उन्हें पानी मिलेगा या नहीं. क्योंकि आम तौर पर यह होता है कि ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को पहले से ही पानी छोड़ने की सूचना दे दी जाती है ताकि किसान अपने खेतों को तैयार कर सकें. 

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किसानों को नहीं है सही तारीख की जानकारी

हालांकि अभी तक पानी पंचायतों के प्रतिनिधियों को उनके गांव के लिए पानी छोड़े जाने की सही तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. इसके कारण किसान चिंतित है और उनके अंदर भ्रम की स्थिति बन गई है.किसानों को इस बार की जानकारी नहीं है कि उनके खेतों में पानी एक जनवरी को आएगा या पांच जनवरी को आएगा. क्योंकि इस भ्रम की स्थिति के कारण किसान अपने खेत नहीं तैयार कर पा रहे हैं, हालांकि अब सिंचाई विभाग ने एक जनवरी को पानी छोड़ने की पुष्टि की है.

पानी पंचायत के अधिकारियों को नहीं मिली सूचना

ओडिशा की स्थानीय वेबसाइट के मुताबिक पानी पंचायत के प्रतिनिधियों ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा की जब तक सिंचाई परियोजना के अधिकारियों की तरफ से उनके पास सीधे को सूचना प्राप्त नहीं होती है, वो किसानों को कैसे सूचित कर सकते हैं. जेयपोरे के पानी पंचायत के नेता साहिन पारीचा ने कहा कि सिंचाई परियोजना के अधिकारियों से सीधा संपर्क या बातचीत नहीं हुई है ऐसे में किसानों को वो क्या सूचना प्रदान करेंगे. वहीं अपर कोलाब अपेक्स कमिटि के सचिव ने बैठक के दौरान प्रस्ताव दिया की पानी छोड़ने से पहले किसानों को इसकी सूचना मिलनी चाहिए इसके लिए सभी पानी पंचायत के प्रतिनिधियों के पास जानकारी होनी चाहिए. 

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परियोजना अधिकारी का दावा

हालांकि जेयपोर में कोलाब सिंचाई प्रभाग के अधिकारिक सूत्रों ने दावा किया है कि एक जनवरी को मुख्य नहर में पानी छोड़ा जाएगा. विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंता पीके गौड़ा ने बताया कि एक जनवरी को पानी छोड़ा जाएगा, इसकी जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए पहले ही अखबारों में में इससे संबंधित सूचना प्रसारित की जा चुकी है. बता दें की ऊपरी कोलाब परियोजना में जेयपोर बोरीगुम्मा समेत अन्य प्रखंड शामिल हैं. इसमें 96 पानी पंचायत हैं. 


 

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