भारतीय कपास निगम लिमिटेड (CCI) ने किसानों की सुविधा के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब जो किसान समर्थन मूल्य (MSP) पर कपास बेचना चाहते हैं, उन्हें पहले ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा. इसके लिए CCI ने 'कपास किसान' मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिसे किसान Google Play Store से डाउनलोड कर सकते हैं.
कपास बेचने के लिए किसानों का पंजीकरण 1 सितंबर से शुरू हो जाएगा और 30 सितंबर तक चलेगा. हालांकि, अक्टूबर में खरीद शुरू होने के बाद भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी. पहले यह पंजीकरण मैन्युअल तरीके से होता था, लेकिन अब यह पूरी तरह डिजिटल होगा, जिससे किसानों को बार-बार केंद्र के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
'कपास किसान' ऐप के माध्यम से किसान स्व-आधारित पंजीकरण कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें अपने भूमि दस्तावेज, कपास की बुवाई क्षेत्र का विवरण और संबंधित कृषि विभाग या राजस्व विभाग से प्रमाणित जानकारी अपलोड करनी होगी. यह डेटा राज्य सरकार के अधिकृत अधिकारी द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से ही जारी किया जाएगा.
केंद्रों पर भीड़ कम करने के लिए सीसीआई ने ऐप में स्लॉट बुकिंग की सुविधा भी शुरू की है. किसान 7 दिन के रोलिंग आधार पर स्लॉट बुक कर सकते हैं. स्लॉट की उपलब्धता के अनुसार वे अपनी सुविधा के अनुसार तारीख चुन सकेंगे और उसी दिन अपनी फसल बिक्री के लिए केंद्र पर ला सकेंगे.
इस बार राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में लगभग 1.80 लाख हेक्टेयर में कपास की बुवाई हुई है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 61 हजार हेक्टेयर ज्यादा है. अनुमान है कि अक्टूबर में कपास मंडियों में पहुंचने लगेगी. समय पर खरीद शुरू होने से किसानों को MSP का पूरा लाभ मिल सकेगा.
जिले में सीसीआई द्वारा 9 मंडियों में कपास खरीदने की संभावना है, जिनमें हनुमानगढ़ टाउन, जंक्शन, गोलूवाला, पीलीबंगा, रावतसर, भादरा, नोहर, टिब्बी और संगरिया शामिल हैं. इन केंद्रों के सचिवों को किसानों को रजिस्ट्रेशन के लिए जागरुक करने के निर्देश दिए गए हैं.
‘कपास किसान’ ऐप का लॉन्च होना किसानों के लिए एक सकारात्मक बदलाव है. इससे पंजीकरण प्रक्रिया आसान होगी, केंद्रों पर भीड़ कम होगी और किसान अपने समय अनुसार फसल बेच सकेंगे. अगर आप कपास किसान हैं, तो 1 सितंबर से पहले एप डाउनलोड करें और पंजीकरण जरूर करवाएं, ताकि आप सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकें.
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