पंजाब के पटियाला जिले में इस खरीफ सीजन के दौरान मंडियों में 14.04 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जाने की उम्मीद है. इसके लिए मंडियों में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने संबंधित विभागों को बोरों की उपलब्धता, परिवहन और भंडारण सहित सभी जरूरी व्यवस्थाएं तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया है कि मंडियों में अपनी उपज लाने वाले किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो. इसके लिए पानी, शौचालय और अन्य सुविधाओं की सही तरह से व्यवस्था की जाए.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, खरीद एजेंसियों और पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान डॉ. यादव ने बताया कि जिले में धान की खरीद करने के लिए 109 मंडियों में खरीद केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही अस्थायी खरीद केंद्रों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने जोर दिया कि खरीद सीजन के दौरान लोगों की आवाजाही में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. खास बात यह है कि पंजाब में 1 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू होगी.
ये भी पढ़ें- गाजर की खेती किसानों के लिए है मुनाफे का सौदा, ठंड के मौसम में होगी तगड़ी कमाई, जानें तरीका
बैठक के दौरान डॉ. यादव ने जिला मंडी अधिकारी मंदीप सिंह को खरीद सीजन शुरू होने से पहले मंडियों में सफाई, पानी, तिरपाल और रोशनी की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वे खरीद शुरू होने से पहले व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए मंडियों का निरीक्षण करेंगी. डीसी ने मंडियों में सफाई, उचित पेयजल सुविधा, बाथरूम की स्वच्छता और पर्याप्त रोशनी सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया. इसके अलावा उन्होंने नमी माप उपकरणों के विशेष अंशांकन का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाली उपज में नमी की मात्रा निर्धारित मानकों से अधिक न हो.
बता दें कि पिछले महीने खबर सामने आई थी कि पंजाब के सरकारी गोदामों में नई उपज को रखने के लिए प्रयाप्त जगह नहीं है. क्योंकि पहले से गोदामों में धान और गेहूं की बंपर स्टॉक है. ऐसे में खरीद एजेंसियां गोदामों में भरे अनाजों को खाली करने की कोशिश कर रही है. खास बात यह है कि राज्य के कृषि विभाग ने इस खरीफ सीजन में धान की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई है. उसने करीब 185 लाख टन धान उत्पादन का अनुमान लगाया है.
ये भी पढ़ें- इतने हफ्ते तक सस्ता नहीं होगा प्याज, एपीएमसी मार्केट में 4400 रुपये क्विंटल हुआ भाव, जानें रिटेल प्राइस
गोदामों में पिछले सीजन का कुल 192 लाख टन अनाज भरा हुआ है, जिसमें 125 लाख टन चावल, 60 लाख टन गेहूं और 7 लाख टन धान है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के लिए अगस्त और सितंबर में खाद्यान्न स्टॉक को उपभोक्ता राज्यों में ले जाना एक चुनौती होगी, ताकि ताजा खरीदे गए धान के भंडारण के लिए जगह बनाई जा सके. उनका कहना है कि भारी मात्रा में स्टॉक होने के कारण, अक्टूबर में धान खरीद सत्र शुरू होने पर विकट स्थिति उत्पन्न होने का अनुमान है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today