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इंदौर में लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में हंगामा, गेहूं की कम कीमत को लेकर सड़कों पर उतरे किसान

इंदौर में लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में हंगामा, गेहूं की कम कीमत को लेकर सड़कों पर उतरे किसान

लक्ष्मीबाई मंडी में तय कीमत से कम रेट पर गेहूं खरीदी को लेकर किसानों ने जमकर हंगामा किया. किसानों ने रोड पर चक्का जाम कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हंगामा देखते हुए मंडी प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी किसानों को समझाया और चक्का जाम हटवाया.

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मंडी में गेहूं के दाम कम मिलने पर किसानों का हंगामा (सांकेतिक तस्वीर) मंडी में गेहूं के दाम कम मिलने पर किसानों का हंगामा (सांकेतिक तस्वीर)

इंदौर में लक्ष्मीबाई अनाज मंजी में मंगलवार को किसानों ने हंगामा कर दिया. किसानों की शिकायत रही कि मंडी में तय कीमत से कम दाम मिल रहा है. इससे नाराज किसानों ने मंडी में बवाल किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विरोध में किसान सड़कों पर उतर गए और गेहूं की तय कीमत दिलाने की मांग की. पिछले लंबे समय से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी को लेकर किसान अपनी मांग राज्य सरकार के समक्ष रख रहे हैं. लेकिन मंगलवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और इंदौर की लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में जमकर हंगामा हुआ. 

लक्ष्मीबाई मंडी में तय कीमत से कम रेट पर गेहूं खरीदी को लेकर किसानों ने जमकर हंगामा किया. किसानों ने रोड पर चक्का जाम कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हंगामा देखते हुए मंडी प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी किसानों को समझाया और चक्का जाम हटवाया. किसानों का आरोप है कि मंडी व्यापारी किसानों से कम कीमत में गेहूं खरीदकर मुनाफावसूली कर रहे हैं. नीलामी में गेहूं खरीदी करने वाले व्यापारी का कहना है कि फिलहाल नया गेहूं आने से उसमें नमी और कचरा होने से गेहूं की कीमत कम मिल रही है. 

लक्ष्मीबाई अनाज मंडी के सचिव नरेश परमार का कहना है कि दाम को लेकर किसानों से लगातार बात की जा रही है. उनका मानना है कि हर बात का रास्ता बातचीत से ही निकलता है और सभी किसानों से इस मुद्दे पर चर्चा की जा रही है. परमार ने कहा कि सभी पक्षों से बात करने के बाद मामले को सुलझा लिया जाएगा और मंडी का काम शुरू कर दिया जाएगा. किसानों का कहना है कि गेहूं की खरीद 2100 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे नहीं की जानी चाहिए क्योंकि यही इसका समर्थन मूल्य है. 

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मंडी सचिव ने कहा कि मंडी में खुली पद्धति से गेहूं की खरीद हो रही है जिससे कीमत कभी-कभी अधिक भी जा रही है. मंडी सचिव के मुताबिक सोमवार को मंडी में गेहूं की कीमत 2900 रुपये तक भी गई है. दूसरी मंडी में भी यही स्थिति है जहां 2600 से 2800 रुपये तक का गेहूं बिका है. 

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मंडी सचिव ने बताया कि किसानों को ऐसा लग रहा है कि नीलामी में रेट कम जा रहा है, तो नीलामी को स्थगित कर इस पर रोक लगाई जा सकती है. इसमें किसान के लिए अच्छा ऑप्शन यह है कि किसान नीलामी के बाद इनकार कर सकता है कि उसे मौजूदा रेट पर गेहूं नहीं बेचना है. लेकिन अनुबंध होने के बाद व्यापारी मना नहीं कर सकता है. हालांकि कुछ किसानों को समर्थन मूल्य से भी अच्छा रेट मिल रहा है. दूसरी ओर, एक किसान राजेश सिंह राठौर कहते हैं कि उनका गेहूं 1700 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल तक लिया जा रहा है. लक्ष्मीबाई मंडी में अभी तक गेहूं से लदी 500 गाड़ियां आ चुकी हैं. व्यापारी और मंडी वालों की मिलीभगत से किसानों को गेहूं के सही दाम नहीं मिल रहे हैं.