हरियाणा में 1 अप्रैल से आधिकारिक तौर पर गेहूं की एमएसपी पर सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन कई मंडियों में खरीद की प्रक्रिया कई दिनों तक शुरू नहीं हुई, जिसके बाद मंत्री ने जल्द खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कहा है. ठीक वैसा होता भी दिख रहा है. अब इसी क्रम में गेहूं की खरीद को लेकर करनाल प्रशासन भी एक्टिव हुआ और इसने लंबी बातचीत के बाद लेबर और ट्रांसपोर्ट से जुड़ी ठेकेदारी सौंपने की जिम्मादारी भी पूरी दी, ताकि समय से गेहूं का उठान हो सके. जिला प्रशासन की ओर से ये व्यवस्थाएं करने के बाद आढ़तियों और किसानों को बड़ी राहत मिली है, नहीं तो इससे पहले वे उठान में देरी को लेकर चिंतित थे.
दि ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कुछ समय से ठेकेदारों और जिला अधिकारियों में रेट को लेकर बातचीत चल रही थी. जो अब फाइनल हो गई और खरीद के काम में तेजी आएगी. रेट को लेकर चली लंबी बातचीत और सहमति न बन पाने से किसान और आढ़तिये हैंडलिंग और ट्रांसपोर्ट को लेकर चिंतित थे, क्योंकि इससे मंडियों में आवक का भंडार हो जाता और ओवरलोड जैसे हालात पैदा हो सकते थे.
अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) यशपाल जालुका ने बताया कि व्यापक चर्चा के बाद ठेकेदारों ने गुरुवार से काम चालू कर दिया है. लेबर और ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों ने सभी अनाज मंडियों में काम चालू कर दिया है. साथ ही बोरों की पूरी व्यवस्था है और ट्रांसपोर्टरों को गेहूं उठान में तेजी लाने के लिए कहा गया है.
जिला खाद्य और आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) अनिल कुमार ने बताया कि सरकारी मानदंडों के हिसाब से 21 में से 19 ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों से और 41 में से 34 लेबर ठेकेदारों के साथ सहमित बन गई है. अब मंडियों में बिना रुकावट के काम होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक ट्रांसपोर्ट ठेकेदार अशोक खुराना ने बताया कि समझौते के बाद उठान का काम शुरू हो गया है. सभी खरीद केंद्रों पर गेहूं का सुचारू और समय पर उठान किया जाएगा.
हरियाणा के सहकारिता, कारागार, विरासत और पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने हाल ही में गोहाना की अनाज मंडी का दौरा किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने गेहूं की खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया और किसानों की फसल खरीद में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने की बात कही.
मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि किसानों की फसल खरीद में कोई भी देरी या लापरवाही नहीं होगी. सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य समय पर मिले. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को पूरी प्राथमिकता दी जाएगी और उनकी फसल का हर एक दाना खरीदा जाएगा.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today