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अब ब्राजील की जनता चखेगी भारत के स्‍पेशल चीज़ का स्‍वाद, जानिए क्‍या है दोनों देशों की 'डील'   

अब ब्राजील की जनता चखेगी भारत के स्‍पेशल चीज़ का स्‍वाद, जानिए क्‍या है दोनों देशों की 'डील'   

भारत और ब्राजील ऊंटनी के दूध और खास पनीर सहित भारतीय डेयरी उत्पादों के लिए ब्राजील के बाजार को खोलने के प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से यह बात कही गई है.  बताया जा रहा है कि दोनों देशों की सरकारें इस पहल पर सहयोग कर रही हैं. 

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भारत के डेयरी प्रोडक्‍ट्स जाएंगे ब्राजील! भारत के डेयरी प्रोडक्‍ट्स जाएंगे ब्राजील!

भारत और ब्राजील ऊंटनी के दूध और स्‍पेशल चीज़ सहित भारतीय डेयरी उत्पादों के लिए ब्राजील के बाजार को खोलने के प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं. दोनों देशों के अधिकारियों के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही है.  ब्राजील के हालिया उद्घाटन के बाद दोनों सरकारें इस पहल पर सहयोग कर रही हैं। हाल ही में ब्राजील ने भारतीय बाजरा निर्यात के लिए दरवाजे खोले हैं. बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित साझेदारी में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने और झुंड की गुणवत्ता में सुधार के लिए अमरेली, गुजरात में एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना भी शामिल है. 

भारत के साथ बातचीत जारी 

भारत में ब्राजील के कृषि अताशे एंजेलो डी क्विरोज के हवाले से अखबार मिंट ने लिखा है कि ब्राजील में एक ऐसा क्षेत्र है जो ऊंटनी के दूध का आयात करना चाहता है. भारत के साथ इस दिशा में व्यापार पर चर्चा जारी है. ब्राजील में कुछ लोग अन्य डेयरी उत्पादों जैसे कैज़ैन और खास चीज़, खासतौर पर येलो चीज़ का आयात करना चाहते हैं. इसके अलावा दो सिस्टर सिटी बनाने की भी चर्चा है जिसमें से एक  उबेराबा में है. 

ब्राजील के उबेराबा और गुजरात के अंबरली में दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दोनों देशों में ज़ेबू रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए एक संयुक्त परियोजना पर काम जारी है. 

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बनाया जाएगा रिसर्च सेंटर 

अतिरिक्त योजनाओं में ब्राजील के सहयोग से भारत में एक शोध संस्थान की स्थापना शामिल है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), भारतीय पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) और दूतावास शामिल होंगे. साथ ही इसकी प्रगति की निगरानी करने वाली एक समिति भी शामिल होगी. इस मामले पर हालांकि अभी तक भारत सरकार की तरफ से कोई भी टिप्‍पणी नहीं की गई है. 

व्‍यापार बढ़ाने का लक्ष्‍य 

भारत और ब्राजील द्विपक्षीय स्तर के साथ-साथ संयुक्त राष्‍ट्र, डब्ल्यूटीओ और यूनेस्को के अलावा ब्रिक्स, बेसिक, जी-20, जी-4, आईबीएसए, अंतरराष्‍ट्रीय सौर गठबंधन जैसे बहुपक्षीय मंचों पर करीबी और बहुआयामी संबंध साझा करते हैं. दोनों देश साल 2006 से कई समझौता ज्ञापनों के साथ रणनीतिक भागीदार रहे हैं. इनमें पशुपालन, विशेष रूप से डेयरी के विकास पर एक समझौता भी शामिल है. पिछले साल भारत के वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा था कि साल 2030 तक दोनों देशों के बीच व्‍यापार को 50 अरब डॉलर तक बढ़ाने के लक्ष्य है. 

ब्राजील को क्‍या देता है भारत 

ब्राजील के दूतावास के आंकड़ों के अनुसार साल 2023 में, भारत और ब्राजील के बीच कृषि वस्तुओं सहित प्रमुख उत्पादों का द्विपक्षीय व्यापार 11.5 बिलियन डॉलर था. यह एक साल पहले तक 15.1 बिलियन डॉलर था. साल 2021-22 में, भारत ने ब्राजील से लगभग 1.5 बिलियन डॉलर का कृषि सामान आयात किया.  वहीं निर्यात सिर्फ 71 मिलियन डॉलर का ही था. भारत, ब्राजील को बहुत कम मात्रा में मसाले और प्रसंस्कृत सब्जियां निर्यात करता है. 

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