Veterinary Service: पशु-पक्षि‍यों की सेवा के साथ रोजगार भी भरपूर, खाली सीटों को युवाओं का इंतजार

Veterinary Service: पशु-पक्षि‍यों की सेवा के साथ रोजगार भी भरपूर, खाली सीटों को युवाओं का इंतजार

10 हजार मुर्गियों वाले पोल्ट्री फार्म को बनाने में लाखों रुपये खर्च होते हैं. एक लाख की भैंस, 40 हजार की गाय की भी अच्छी तरह से केयर करना जरूरी हो गया है. फिश फार्म में भी बीमारियां बहुत जल्दी फैलती हैं. इसलिए सभी जगह बायो सिक्योरिटी बहुत जरूरी हो गई है. और इसके लिए स्किल्ड लेबर की ही जरूरत होती है.  

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Veterinary Service: पशु-पक्षि‍यों की सेवा के साथ रोजगार भी भरपूर, खाली सीटों को युवाओं का इंतजार गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना . (फाइल फोटो)

नौकरी नहीं है. सरकारी विभागों में नौकरी पर रोक लगी हुई है. परीक्षा हो गई, लेकिन मामला कोर्ट में चला गया है. ऐसे आरोपों के बीच एक सेक्टर ऐसा भी है जहां नौकरी को युवाओं का इंतजार रहता है. अच्छी बात ये है कि पशु-पक्षि‍यों की सेवा के साथ रोजगार के भरपूर मौके हैं. इस सेक्टर में सरकारी हो या प्राइवेट सभी में नौकरियों के दरवाजे खुले हुए हैं. सरकारी और प्राइवेट दोनों को ही स्किल्ड लेबर, तकनीशियन से लेकर वेटनेरियन तक की जरूरत है. लाइव स्टॉक एक्सपर्ट की मानें तो आज डेयरी, पोल्ट्री और फिशरीज सेक्टर तेजी से बढ़ रहे हैं. 

आने वाले सात साल में डेयरी सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश होने वाला है. पोल्ट्री में भी अंडे-चिकन की डिमांड बढ़ रही है. बढ़ती डिमांड के हिसाब से ही कंपनियों को स्टॉफ की जरूरत पड़ रही है. कोरोना के बाद से तो ये कमी दोगुना हो गई है. एक्सपोर्ट मार्केट में भी डेयरी, पोल्ट्री और फिशरीज की डिमांड बढ़ने लगी है तो बायो सिक्योरिटी के मानक पूरे करने की बाध्यता ने स्टाफ की जरूरत को और बढ़ा दिया है.  

70 से ज्यादा कॉलेज फिर भी पूरी नहीं हो रही डिमांड  

डॉ. इन्द्र्जीत सिंह, वाइस चांसलर, बिहार एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी (पटना), बिहार का कहना है कि देश में 70 से ज्यादा वेटनरी कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं. आईवीआरआई, बरेली और डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल जैसी चार डीम्ड यूनिवर्सिटी भी हैं. ये सरकारी संस्थान का आंकड़ा है. बावजूद इसके देश में वेटनेरियन और पैरा वेट तकनीशियनों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. हर एक राज्य में कम से कम दो से तीन वेटरनरी कॉलेज हैं. यहां से हजारों की संख्या में छात्र डिप्लोमा से लेकर डिग्री तक हासिल कर फील्ड में जा रहे हैं. 

12वीं पास के लिए वेटनेरियन बनने का है बड़ा मौका 

वेटनेरियन एक्सपर्ट का कहना है कि देश में संचालित होने वाले वेटरनरी कॉलेज अलग-अलग कोर्स की डिग्री दे रहे हैं. अगर हम सिर्फ गडवासु यूनिवर्सिटी की ही बात करें तो हमारे यहां साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने वाला छात्र नीट क्लीयर करने के बाद वेटनेरियन की डिग्री ले सकता है. अगर नीट के अलावा बात करें तो साइंस स्ट्रीम वाले छात्र एनीमल बॉयो टेक्नोलाजी में बीटेक कर सकते हैं. फिशरीज साइंस में डिग्री ले सकते हैं. इतना ही नहीं अगर आपने 12वीं गणित से की है तो आप डेयरी एक्सपर्ट भी बन सकते हैं. एनडीआरआई से डेयरी में पीएचडी भी कर सकते हैं. 12वीं की मेरिट के आधार पर एडमिशन लिए जाते हैं. 

आईवीआरआई, बरेली से करें ये कोर्स 

आईवीआरआई, बरेली की बेवसाइड के मुताबिक लाइव स्टॉ‍क सेक्टर के अलग-अलग फील्ड में जाने के लिए आप वोकेशनल और सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं. इसके साथ ही वैल्यू एडेड कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, यूजी प्रोग्राम के साथ ही मास्टर और डॉक्टरल प्रोग्राम में भी अपनी पसंद के कोर्स कर सकते हैं. 

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