हरियाणा सरकार ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम शुरू की है. इसमें किसान और पशुपालक फायदा उठा सकते हैं. इस स्कीम में किसानों को बिना ब्याज का तीन लाख का लोन आसानी से मिल रहा है.
पशुपालन करने वाले किसान इस स्कीम का बेहतर फायदा उठा सकते हैं. पशुपालक इस स्कीम में लोन का पैसा लेकर गाय-भैंस जैसे मवेशी खरीद सकते हैं और उसके दूध का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं. लोन मिलने से उन्हें सूदखोरों के चंगुल में नहीं फंसना होगा.
हरियाणा सरकार ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड की नई स्कीम शुरू की है. इस नई स्कीम में हरियाणा सरकार पशु किसान क्रेडिट कार्ड सिस्टम के तहत बहुत कम ब्याज दर पर उधार देती है. इससे किसानों पर ब्याज का दबाव नहीं बढ़ेगा.
किसान लोन के पैसे से डेयरी का बिजनेस शुरू कर सकते हैं. इसके लिए किसान और पशुपालकों को केवाईसी के कुछ कागजात देने होंगे. कागजात की जांच के बाद लोन मंजूर हो जाएगा और किसान के खाते में पैसे आ जाएंगे. इस पैसे से किसान डेयरी बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
पशु किसान क्रेडिट कार्ड लोन अप्लाई करने के बाद बैंक कागजों की छानबीन करेगा. केवाईसी के कागजात देखे जाएंगे. सभी कागजों की जांच के बाद 15 दिन बाद लोन का पैसा जारी कर दिया जाएगा. इसमें किसान तीन लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं.
पशु किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान सूअर पालन, भेड़ बकरी पालन, गेहूं और भैंस के लिए लोन ले सकते हैं. इसके लिए किसानों को बैंक में जाकर लोन के लिए अप्लाई करना होगा.
लोन के लिए किसान को पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाते की डिटेल्स या पासपोर्ट आदि की कॉपी देनी होती है. कागजातों की समीक्षा करने के बाद बैंक खाते में लोन का पैसा आ जाता है.
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