उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी से लोगों को मकर संक्रांति के बाद हल्की राहत जरूर मिली है, लेकिन, हिमालय क्षेत्र में आए पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम की आंख मिचौली जारी है. मौसम विभाग के अनुसार रविवार को सुबह प्रदेश के अधिकांश इलाकों में तापमान में हल्की बढ़ोतरी के साथ कड़ाके की ठंड और घने कोहरे से राहत मिली है. जबकि पश्चिमी और पूर्वी यूपी के तमाम जिलों में आज बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी का पूर्वानुमान है. वहीं मौसम में हो रहे इस बदलाव ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी है. किसानों को अब फसलों पर असर पड़ने की चिंता सताने लगी है.
तापमान की बात की जाए तो सुबह 8 बजे तक प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान 9 से 15 डिग्री के बीच रहा. राजधानी लखनऊ का तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि गोरखपुर में 10.2 डिग्री, प्रयागराज में 15.2 डिग्री, झांसी में 11 डिग्री, बरेली में 9.4 और मेरठ में 9 डिग्री. तापमान दर्ज किया गया है.
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मौसम विभाग ने हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर के मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना जताई है. इसका असर उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी जिलों में साफ मौसम से बीच कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें पड़ने के रूप में देखने को मिल सकता है. मौसम की इस आंख मिचौली का नजारा रविवार को सुबह लखनऊ में देखने को मिला. शहर के कुछ इलाकों में खुशनुमा सुबह के बीच बारिश की मामूली फुहारें पड़ने की सूचना है. हालांकि बूंदाबांदी के तुरंत बाद शहर के अधिकांश इलाकों में धूप भी खिल गई.
मौसम विभाग ने लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, झांसी और बहराइच सहित अन्य जिलों में आज बादल छाए रहने की संभावना व्यक्त की है. इन इलाकों में दिन का तापमान भी सामान्य रहने की उम्मीद के साथ बुंदेलखंड में जालौन, हमीरपुर और झांसी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की आशंका से मौसम विभाग ने इंकार नहीं किया है. वाराणसी जिले के कुछ इलाकों में शनिवार को हुई औसत बारिश के कारण आज भी जिले के तमाम इलाकों में बादल छाए होने की सूचना है. विभाग ने वाराणसी जिले में भी कुछ स्थानों पर धूप और बादलों की लुकाछिपी के बीच हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं.
मौसम विभाग ने प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जोन में आज और कल मौसम संबंधी किसी तरह की चेतावनी मिलने से भी इनकार किया है. मौसम की गतिविधियों को देखते हुए प्रदेश के मौसम संबंधी दोनों जोन में घना कोहरा, शीतलहर या तेज बारिश जैसी कोई चेतावनी, उपग्रह द्वारा कम से कम 22 और 23 जनवरी के लिए नहीं मिली है. हालांकि 24 से 27 जनवरी तक पूर्वी और पश्चिमी जोन के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की चेतावनी मिलने का विभाग ने पूर्वानुमान जरूर व्यक्त किया है.
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मौसम के मिजाज को देखते हुए विभाग ने प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छाए रहने की आशंका जताई है. पल पल करवट बदल रहे मौसम से रबी की फसल पर पड़ने वाले असर की अगर बात की जाए तो किसानों के लिए कहीं खुशी कहीं गम की स्थिति है. जानकारों के मुताबिक रबी की फसल में गेहूं के लिए बारिश लाभकारी साबित होगी, वहीं सरसों और मटर की फसल के लिए हल्की बारिश नुकसान का सौदा साबित हो सकती है. खासकर इन फसलों की देर से बुआई करने वाले उन किसानों के लिए जिनकी फसल में अभी फूल आया है. बारिश से फूल झड़ने के खतरे को देखते हुए तेज बौछारें फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं. वहीं पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू के किसानों की चिंता भी मौसम के बदलते मिजाज ने बढ़ा दी है. इन इलाकों में अभी आलू उखाड़ा जा रहा है. ऐसे में हल्की बारिश से भी इसके सड़ने का खतरा आसन्न है.
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