इस साल के पहले तूफान मोका को लेकर दुनिया भर में चर्चा चल रही है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. IMD के मुताबिक आज यानी 7 मई से बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बन सकता है. यह चक्रवात चेन्नई और आसपास के इलाकों में तूफान में बदल सकता है. इस चक्रवात का नाम ‘मोका’ है. मौजूदा हालात को देखते हुए कहा जा रहा है कि इस चक्रवात का आने वाले 1-2 दिनों में और खतरनाक होने की आशंका है.
मौसम विभाग ने कहा है कि इस चक्रवात की वजह से न सिर्फ देश के पूर्वी हिस्से में बारिश होगी, बल्कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 4 दिनों तक मौसम खराब रह सकता है. वहीं, कई राज्यों के मछुआरों को अगले 4 दिनों तक समंदर की ओर नहीं जाने की सलाह दी गई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, "एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और निचले और मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों पर पड़ोस में स्थित है. इसके प्रभाव में, उसी क्षेत्र में 8 मई तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है." महापात्रा ने कहा कि मौसम प्रणाली के 9 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने और लगभग उत्तर की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की आशंका है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात मोचा के कारण अंडमान और निकोबार में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. रविवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईएमडी कोलकाता के उप निदेशक संजीब बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर बना हुआ है. इसके प्रभाव से 8 मई को इसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. 9 तारीख को यह उसी क्षेत्र पर एक गहरे अवसाद में बदल जाएगा जो बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर है. कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद, यह लगभग उत्तर की ओर बढ़ेगा और मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे सटे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में परिवर्तित हो जाएगा.
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उन्होंने आगे कहा कि अभी प्रमुख गतिविधि या प्रमुख वर्षा और हवाएं केवल अंडमान और निकोबार द्वीपों पर ही होंगी. इसलिए, हमने 8 मई को निकोबार द्वीप पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. 9 मई को निकोबार में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
चक्रवात मोका के मद्देनजर मौसम विभाग ने चार राज्यों ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. वहीं मछुआरों को अगले 4 दिनों तक समंदर से दूर रहने की सलाह दी गई है.
अंतरराष्ट्रीय मॉडल के मुताबिक, मोका बहुत तेज चक्रवात में बदल सकता है और इसका लैंडफॉल दक्षिण पूर्व बांग्लादेश या म्यांमार के तट पर हो सकता है. इस चक्रवात का लैंडफॉल बेहद शक्तिशाली तूफान के रूप में हो सकता है, जो ओडिशा और बंगाल की ओर आ सकता है.
IMD के अनुसार, रविवार यानी 7 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और आसपास के क्षेत्रों में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. वहीं 8 मई की रात से हवा की रफ्तार में वृद्धि होगी जोकि 70 किमी प्रति घंटे तक होगी. जबकि, 10 मई से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है. वहीं, 7 मई को समुद्र की स्थिति खराब और 8 मई से बहुत खराब रहने की आशंका है.
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भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन समेत 13 देशों का एक पैनल है, जिसे इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ESCAP) के नाम से जाना जाता है. ये 13 सदस्य देश उत्तरी हिंद महासागर में बनने वाले तूफानों का नामकरण करते हैं. इस बार का नामकरण यमन ने किया है.