बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, सरकार देगी मुआवजा 

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, सरकार देगी मुआवजा 

यूपी में 13 और 14 फरवरी को चित्रकूट जिले में ओलावृष्टि हुई. जिसके कारण नौ गांवों में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. अनुमान के मुताबिक डेढ़ सौ हेक्टेयर से ज्यादा गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. नुकसान का सर्वे क‍िया जा रहा है. 

बेमौसम बारिश से फसलों को हुआ नुकसान बेमौसम बारिश से फसलों को हुआ नुकसान
सिद्धार्थ गुप्ता
  • baanda,
  • Feb 15, 2024,
  • Updated Feb 15, 2024, 12:58 PM IST

यूपी के बांदा जिले में बेमौसम बारिश और ओले गिरने से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि सरसों, चना, मसूर और गेहूं की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. बारिश के साथ आई तेज़ हवाओं के कारण तैयार फसल खराब हो गई. जिसके बाद जिले की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अफसरों को तत्काल प्रभाव से मौके पर जाकर निरीक्षण कर जांच और नुकसान के आंकलन की रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं. ज्यादातर ओलावृष्ट‍ि चित्रकूट जिले से सटे गांवों यानी कालिंजर थाना क्षेत्र में हुई है. दर्जनों गांवों में सैकड़ों एकड़ जमीन में बोई फसलों को इससे नुकसान हुआ है. राजस्व और कृषि विभाग के अफसर गांव-गांव जाकर किसानों से बात कर नुकसान का आंकलन कर रहे हैं.

दरअसल, इन दिनों मौसम का कोई ठिकाना नही है. कब बारिश होने लगे, कब ओले गिर जाएं, किसी को नहीं पता. हालांकि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. उसी क्रम में बांदा जिले में नरैनी तहसील क्षेत्र में बारिश के साथ ओले गिरने से कई गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन में बोई फसलें चौपट हो गई हैं. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. वहीं प्रयागराज में भी कोराव तहसील में बीते दो दिनों में पड़े ओले और बारिश से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. तहसील क्षेत्र के पत्थरताल, देवघाट ,बड़ोखर ,खीरी, लेडीयारी, सुहास क्षेत्र के कई गांव में बारिश, तूफान और ओलावृष्टि के चलते किसानों की चना, आलू ,सरसों और गेहूं की फसलों को नुकसान हुआ है.

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जिले के किसानों ने क्या कहा?

बांदा जिले के किसानों का कहना है कि गेहूं, चना, सरसों, मटर और अरहर से लगाकर जो भी फसल खेतों में बोई गई है वह सभी बर्बाद हो गई हैं. किसानों ने यह भी बताया कि करीब 200 से 300 ग्राम तक के गिरे ओले से सब कुछ नष्ट हो गया है. अब उन्हें खाने का संकट सताने लगा है. किसानों ने सरकार से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है. फिलहाल तहसील के अफसर, लेखपाल, कृषि विभाग के कर्मचारी, कृषि बीमा के कर्मचारी गांव गांव जाकर नुकसान का आंकलन कर रहे हैं. सभी रिपोर्ट बनाकर डीएम को देंगे, जिसके बाद शासन से किसानों को उचित मुआवजा देने की प्रकिया शुरू होगी.

कब मिलेगा किसानों को मुआवजा

मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने बताया कि बारिश और ओले गिरने से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है. राजस्व के साथ कृषि विभाग के साथ मिलकर सर्वे किया जा रहा है. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. हर हाल में किसानों को मुआवजा जल्दी ही दिया जाएगा.

चित्रकूट में भी नुकसान 

यूपी में 13 और 14 फरवरी को चित्रकूट जिले में ओलावृष्टि हुई. जिसके कारण नौ गांवों में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. अनुमान के मुताबिक डेढ़ सौ हेक्टेयर से ज्यादा गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. इसके अलावा भरतकूप और मानिकपुर क्षेत्र में सरसों, चना की फसल को भी नुकसान पहुंचा है. बारिश का पानी खेतों में भर जाने से मटर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. कृषि उप निदेशक राजकुमार ने बताया कि सर्वे करने के लिए कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीम लगी हुई है.

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