Rajasthan: मॉनसून की भारी बारिश का असर, लबालब भरे 114 बांध, ओवरफ्लो से बाढ़ का खतरा!

Rajasthan: मॉनसून की भारी बारिश का असर, लबालब भरे 114 बांध, ओवरफ्लो से बाढ़ का खतरा!

राजस्थान में इस बार भारी बारिश हुई है. कई इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. बारिश के चलते प्रदेश के 114 बांध पूरी तरह से भर गए हैं, कई ओवरफ्लो भी हो रहे हैं. ऐसे में कई जगह बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. प्रदेश के जल संसाधन विभाग का कहना है कि बाढ़ से बचाव की तैयारियां हो गई हैं.

राजस्थान के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा है (सांकेतिक फोटो, साभार-India Today/PTI)राजस्थान के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा है (सांकेतिक फोटो, साभार-India Today/PTI)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jul 22, 2023,
  • Updated Jul 22, 2023, 4:09 PM IST

राजस्थान में मॉनसून की भारी बारिश का असर दिखने लगा है. हाल के दिनों में राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है जिससे यहां के बांध, नदी-नाले पूरी तरह से उफान पर हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राजस्थान के 114 बांध या तो पूरी तरह से भरे हुए हैं या फिर ओवरफ्लो हो रहे हैं. इससे पता चलता है कि राजस्थान में बाढ़ का खतरा बड़े स्तर पर बना हुआ है. ऐसी हालत इसलिए बनी है क्योंकि हाल के दिनों में मॉनसूनी बारिश बहुत अधिक हुई है. प्रदेश में आगे क्या स्थिति बनेगी, यह पूरी तरह से मॉनसून की बारिश पर निर्भर करेगा. अगर बारिश अधिक होती है तो बाढ़ के हालात बन सकते हैं.

जल संसाधन विभाग ने एक बयान में कहा कि 25 जून को राज्य में मॉनसून की शुरुआत से लेकर 18 जुलाई तक छोटे और बड़े बांधों और एनीकटों (छोटे-छोटे बांध) में पानी जमा रखने की क्षमता का 59.71 प्रतिशत पूरी तरह से भर चुका है. बयान में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान जलाशयों में 12,580.03 मिलियन क्यूबिक मीटर की कुल क्षमता के मुकाबले 7,512.03 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी जमा हुआ था.

114 तालाब लबालब भरे

जल संसाधन विभाग ने कहा है कि राज्य के 690 बांधों में से 114 या तो भरे हुए हैं या लबालब हैं, जबकि 278 में पानी का बहाव 4.25 एमसीएम से अधिक है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (जल संसाधन) सुबोध अग्रवाल ने एक बयान में कहा कि 18 जुलाई तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, राज्य में इस मॉनसून में अब तक 288.55 मिमी बारिश हुई है, जो औसत 167 मिमी से 72 प्रतिशत अधिक है.

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इस मॉनसून में, माउंट आबू में अब तक सबसे अधिक 1,418 मिमी वर्षा दर्ज की गई. आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पाली जिले के मुथाना में एक दिन में सबसे अधिक 530 मिमी बारिश हुई. भारी बारिश को देखते हुए बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू कर दी गई है. बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 54 प्रमुख बांधों की निगरानी की जा रही है. इसके लिए सभी 33 जिलों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. घग्गर नदी के आसपास के क्षेत्रों में बहुत अधिक बारिश हो रही है. यहां बाढ़ के हालात न बनें, इसलिए घग्गन नदी के पानी को बांधों के जरिये निकाला जा रहा है. राजस्थान के जल संसाधन विभाग ने कहा कि उसने राज्य भर में किसी भी संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली हैं. 

अगले दो दिन भारी बारिश

दूसरी ओर, मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अगले सप्ताह तक मॉनसून सक्रिय रहने की संभावना है और राज्य में अगले दो दिनों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के एक प्रवक्ता ने बताया कि 24 जुलाई को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की प्रबल संभावना है, जिसके कारण अगले सप्ताह तक मॉनसून सक्रिय रह सकता है. उन्होंने कहा कि 22-23 जुलाई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश तेज होने की संभावना है.

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मौसम विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि इस ताजा निम्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले दो दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और दक्षिणी और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

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