पिथौरागढ़ जिले में पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बिल्कुल बदला हुआ नजर आ रहा है. जिले के मुनस्यारी और धारचूला के ऊंचाई वाले इलाकों गुंजी, कुटी, कैलाश, ओम पर्वत और दारमा घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में जबरदस्त बर्फबारी हुई है. ऊंचाई वाली इलाकों में 2 से 3 फीट तक की बर्फबारी हुई है.
बर्फबारी के बाद सीजन में पहली बार जिले के कई पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से लिपटे हुए नजर आ रहे हैं. वहीं मुनस्यारी पहुंचे पर्यटक भी पहली बार बर्फ देखकर उत्सुक नजर आ रहे हैं. पर्यटकों ने यहां बर्फ में जमकर मस्ती की.
वहीं उत्तराखंड में मशहूर पर्यटन स्थल स्की रिसॉर्ट औली में इस बार देर से सही लेकिन जमकर बर्फबारी हुई है. जनवरी का महीना निराशाजनक रहा, वही फरवरी की पहली तारीख को यहां हर तरफ सफेद बर्फ की चादर दिखी. स्थानीय पर्यटन कारोबारियों में बर्फबारी से जहां जबरदस्त उत्साह है, वही पर्यटकों में भी बर्फबारी के दौरान पहुंचने की खुशी दिखाई दे रही है क्योंकि इस बार अभी तक औली में इतनी बर्फबारी नहीं हुई थी.
उत्तराखंड का औली एक बार फिर से सफेद बर्फ की चादर से लिपट चुका है. पेड़ पौधे, घर, मकान, दुकान, जमीन हर चीज यहां अब बर्फ के नीचे दिखाई दे रही है. औली की इस तस्वीर को देखने के लिए हर साल यहां दूर-दूर से लोग आते हैं, लेकिन इस बार क्रिसमस और नए साल बर्फबारी नहीं हुई. इससे पर्यटकों में निराशा देखी गई.
उत्तराखंड में पिछले लंबे समय से बर्फबारी का इंतजार कर रहे सैलानियों और किसानों के चेहरे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी देखकर अब खिल उठे हैं. पहाड़ी इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. वहीं मैदानी इलाकों में सीजन की पहली बारिश भी हुई है. इससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं क्योंकि बर्फबारी और बारिश की कमी से फसलें चौपट हो रही थीं.
अब इन फसलों को संजीवनी मिलेगी. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद बुधवार से एक तरफ जहां पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदानी इलाकों में हल्की फुल्की बारिश हो रही है. कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है जिससे फसलें चौपट हुई हैं.
हर तरफ बर्फ का पहरा दिखाई दे रहा है. कड़ाके की ठंड के बीच लोगों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा है. यह कुदरत की सौगात है जो पहाड़ एक बार फिर से बर्फ से सज कर तैयार हो चुका है.