सीएम शिवराज के गृह जिले सिहोर में किसानों पर दोहरी मार, पहले कम बारिश तो अब नर्मदा ने बरपाया कहर

सीएम शिवराज के गृह जिले सिहोर में किसानों पर दोहरी मार, पहले कम बारिश तो अब नर्मदा ने बरपाया कहर

स्थानीय किसानों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के किसानों को मौसम की मार पड़ी है. पहले हुई कम बारिश के कारण किसानों की फसल  की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया तो बाद में अत्यधिक बारिश ने जमकर कहर बरपाया है.

सिहोर के किसानों पर पड़ी मौसम की मार               सांकेतिक फोटोः किसान तकसिहोर के किसानों पर पड़ी मौसम की मार सांकेतिक फोटोः किसान तक
नवेद जाफरी
  • Sehore,
  • Sep 22, 2023,
  • Updated Sep 22, 2023, 1:39 PM IST

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में किसानों पर मौसम की दोहरी मार पड़ी है. जिले में पहले हुई कम बारिश के कारण किसानों की फसलों को नुकसान हुआ, तो बाद में तवा बरगी डैम के गेट खुलने के साथ ही तेज बारिश से नर्मदा नदी में आई बाढ़ ने किसानों की फसलों पर जमकर कहर बरपाया. नर्मदा में आई बाढ़ से नर्मदा किनारे बसे कई गांवों में सैंकड़ों एकड़ में लगी किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है. फसलें खराब होने से किसान चिंतित और परेशान है. इसके साथ ही हुए आर्थिक नुकसान के लिए मुआवजे की मांग कर रहे है. जबकि जिला प्रशाषन का कहना है कि बाढ़ के कारण 210 हेक्टेयर में ही फसलें खराब हुई हैं.

स्थानीय किसानोंसे मिली जानकारी के अनुसार जिले के किसानों को मौसम की मार पड़ी है. पहले हुई कम बारिश के कारण किसानों की फसल  की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया तो बाद में अत्यधिक बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. पिछले दिनों आसपास के जिलों में अत्यधिक बारिश होने के चलते तवा और बरगी डैम के गेट खोले गए जिसके चलते सीहोर जिले  की नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया, इसके साथ ही लगातार हो रही तेज बारिश के चलते नर्मदा नदी अपने उफान पर आ गई और बाढ़ में तब्दील हो गई.

इससे जिले के भेरूंदा क्षेत्र अंतर्गत नर्मदा किनारे बसे गांव और खेतों में नर्मदा नदी की पानी घुस गया और किसने की फसलें बर्बाद हो गई, फसलें खराब होने से किसान चिंतित और परेशान है, किसानों ने भेरूंदा तहसील औरकलेक्ट्रेट में मुजावजा दिए जानें की गुहार लगाई है.

210 हेक्टेयर में लगी खड़ी फसल को हुआ नुकसान

किसानों ने यह भी बताया कि पिछले दिनों जिले की नर्मदा नदी में आई बाढ़ के चलते नर्मदा किनारे बसे गावों और खेतों में बारिश का पानी घुसने से 210 हैक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई है. जिसको लेकर प्रशासनिक अमले ने कृषि विभाग के साथ सर्वे किया तो जानकारी सामने आई है 210 हैक्टेयर में फैसले खराब हुई है. एसडीएम ने बताया कि बीते दिनों नर्मदा नदी में बाढ़ आने से खेतों में पानी घुस गया था, इसके सर्वेक्षण में पाया गया कि 210 हैक्टेयर में फैसले खराब हुई है.

मुआवजे को लेकर सरकार के निर्देश का इंतजार

मामले में जानकारी देते हुए भेरुंदा एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ने बताया कि विगत दिनों नर्मदा नदी में बाढ़ आने से कुछ गांव की फसलों में पानी भर गया था. कृषि विभाग के माध्यम से सर्वे कराया गया है. जिसमें करीब 210 हेक्टेयर में क्षति बताई है. मुआवजे के लिए सरकार के निर्देश अनुसार जो उचित होगा किया जाएगा.

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