नमो ड्रोन दीदी योजना से बदली MP की निधा की जिंदगी, कुछ महीनों में हो गई बढ़ि‍या कमाई

नमो ड्रोन दीदी योजना से बदली MP की निधा की जिंदगी, कुछ महीनों में हो गई बढ़ि‍या कमाई

केंद्र सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना से न सिर्फ महि‍लाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि नैनो खाद के इस्‍तेमाल को भी बढ़ावा मिल रहा है. आज पढ़‍िए मध्‍य प्रदेश के ग्‍वालियर जिले के मोहना की रहने वाली निधा अख्‍तर की कहानी, जो क्षेत्र में चर्चा में बनी हुई हैं. उन्‍होंने एक साल से भी कम समय में नैनो खाद का छिड़काव कर साढ़े तीन लाख रुपये कमाए हैं.

Drone Didi Nidha AkhtarDrone Didi Nidha Akhtar
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 21, 2024,
  • Updated Dec 21, 2024, 2:47 PM IST

मध्‍य प्रदेश में मह‍िला सशक्तिकरण के लिए केंद्र और राज्‍य सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. मह‍ि‍लाएं इन योजनाओं का लाभ उठाकर आगे भी बढ़ रही है. आज इस क्रम में हम आपको एक ड्रोन दीदी की कहानी बताने जा रहे हैं, जो इलाके में चर्चा में बनी हुईं हैं. दरअसल, ग्‍वालियर के मोहना और इसके आस-पास के गांवों में इन दिनों ड्रोन दीदी निधा की चर्चा में बनी हुईं हैं. उन्‍होंने चंद महीनों में साढ़े तीन लाख रुपये आय हासिल की है.

निधा ड्रोन तकनीक से नैनो खाद का छिड़काव का काम करती हैं. वे इलाके में कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति को आगे बढ़ा रही हैं. साथ ही इस काम के जरिए आत्मनिर्भर बनकर महिला सशक्तिकरण की इबारत  लिख रही हैं. सरकार की ओर से चलाई जा रही “नमो ड्रोन दीदी” योजना से निधा का जीवन बदल गया है.

2250 एकड़ रकबे में नैनो खाद का छिड़काव किया

ग्वालियर जिले की नगर परिषद मोहना की रहने वाली निधा अख्तर कहती हैं कि भारत सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी है. उन्‍होंने मोहना और आसपास के गांवों के 325 किसानों के खेतों में धान, मटर, सरसों, टमाटर और अन्य सब्जियों की फसलों के लगभग 2250 एकड़ रकबे पर ड्रोन से नैनो खाद का छिड़काव किया है. निधा का कहना है कि नैनो खाद छिड़काव से एक साल से भी कम समय में उन्‍हें लगभग साढ़े तीन लाख रुपये की आय हुई है. 

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इफको ने ट्रेनिंग और किट दिलाई

निधा अख्तर ने बताया क‍ि उन्‍हें नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत इफको की ओर से ग्वालियर के एमआईटीएस कॉलेज में ड्रोन उड़ाने की फ्री ट्रेनिंग दि‍लाई गई. इसके बाद उन्‍हें संचालनालय नागर विमानन मंत्रालय भारत सरकार से ड्रोन पायलट का लायसेंस मिल गया. लायसेंस मिलने पर इफको ने एक ड्रोन, एक इलेक्ट्रिक गाड़ी और एक जनरेटर उपलब्ध कराया. निधा कहती हैं कि अब वह अपनी आर्थि‍की के लिए किसी पर निर्भर नहीं हैं.

मौके और मार्गदर्शन की जरूरत

निधा अपने आत्मविश्वास, मेहनत और तकनीकी समझ से सफलता हासिल कर इलाके की महिलाओं के लिये प्रेरणास्त्रोत बन गई हैं. निधा और उनकी जैसी तमाम महिलाओं की कहानी ये बयां करती है कि उन्‍हें सिर्फ एक अवसर और सही मार्गदर्शन की जरूरत है. भारत सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना से हजारों मह‍िलाओं को स्‍व-रोजगार हासिल हुआ है. इससे न सिर्फ उनकी कमाई हो रही है, बल्कि उनके पूरे परिवार का जीवनस्‍तर सुधर रहा है.

नैनो खाद को मिल रहा बढ़ावा

बता दें कि सरकार रासायनिक खादों के इस्‍तेमाल को कम करने के लिए नैनो खाद के इस्‍तेमाल को बढ़ावा दे रही है. किसान इसके इस्‍तेमाल की सही जानकारी न होने पर बचते नजर आते हैं. लेकिन, अब ड्रोन दीदियों के माध्‍यम से नैनो खाद का इस्‍तेमाल बढ़ रहा है. जिससे ड्रोन दीदी की भी आय हो रही है और किसानों की लागत व समय की बचत हो रही है.

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