Success Story: अंडमान के किसान ने उगाया पर्पल कलर का आम, PPVFRA में रजिस्टर हुई Chinta Mango नई किस्म

Success Story: अंडमान के किसान ने उगाया पर्पल कलर का आम, PPVFRA में रजिस्टर हुई Chinta Mango नई किस्म

प्रगतिशील किसान ने पर्पल यानी बैंगनी रंग वाले आम की एक नई किस्म को विकसित किया है. आम का छिलका पर्पल रंग का होता है तो वहीं उसका गूदा पीेले रंग का है. 400 ग्राम तक वजनी और रसीला फल होने की वजह से यह खासा चर्चा में है. किसान ने अपने इस आम को 'चिंता आम' (Chinta Mango ) नाम दिया है.

चिंता आम का औसतन वजन 400 ग्राम तक होता है.चिंता आम का औसतन वजन 400 ग्राम तक होता है.
रिजवान नूर खान
  • New Delhi,
  • May 15, 2024,
  • Updated May 15, 2024, 12:17 PM IST

अंडमान के किसान ने आम की एक नई किस्म को विकसित किया है. यह आम पर्पल कलर का होने की वजह से खासा चर्चा में है. इसके फल का वजन 400 ग्राम तक होता है. किसान ने अपने आम को 'चिंता आम' (Chinta Mango ) नाम दिया है. यह काफी रसीला और मीठा है. 'चिंता आम' को पौधों की विविधता और किसान अधिकार संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली (PPVFRA) में रजिस्टर किया गया है. 

आईसीएआर- सेंट्रल आइलैंड एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट पोर्ट ब्लेयर (ICAR-CIARI) ने कहा है कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह के रहने वाले प्रगतिशील किसान चिंताहरण विश्वास ने आम की नई किस्म 'चिंता आम' को विकसित किया है. उनके पास 100 आम के पेड़ का बगीचा है. उन्होंने खुद 'चिंता आम' को विकसित किया है. उनकी इस किस्म को पौधों की विविधता और किसान अधिकार संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली (PPVFRA) के साथ रजिस्टर्ड किया गया है. 

बाहर से पर्पल अंदर से येलो होता है  

आईसीएआर पोर्ट ब्लेयर के अनुसार 'चिंता आम' पीपीवीएफआरए के तहत रजिस्टर होने वाली आम की पहली किस्म है. आम की यह किस्म मैंगीफेरा इंडिका प्रजाति से संबंधित है, जो आम की खेती के लिए उपयुक्त है. 'चिंता आम' का रंग पर्पल होने की वजह से यह दिखने में अनोखा है और आकर्षक भी है. जीनोटाइप की वजह से आम जब कच्चा होता है तभी से छिलके में पर्पल यानी बैंगनी रंग आने लगता है. हालांकि, इसका गूदा पीले रंग का ही होता है. 

कई खूबियों से लैस है  'चिंता आम'

आईसीएआर-सीआईएआरआई के अनुसार इस आम की किस्म का फल बड़ा होते है और प्रत्येक फल का वजन 300-400 ग्राम तक होता है. यह आम रसीला होने के साथ ही बेहद मीठा है और इसमें कम फाइबर तत्व पाए जाते हैं. इस आम की एक और अनूठी खूबी यह भी है कि इसके मेल से बनाए जानी वाली नई किस्मों में इसकी शुद्धता को बनाए रखा जा सकता है. इस आम के गूदे में फाइटोकेमिकल, कैरोटीनॉयड, फ्लेवोनोइड, एस्कॉर्बिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. 

ये भी पढ़ें - 

MORE NEWS

Read more!