देश भर में आजादी का अमृत महोत्ससव कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत कुपोषण और कई तरह की बीमारियों से निपटने के लिए पोषक तत्वों से युक्त चावल बांटने की घोषणा की गई थी. ऐसे में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फोर्टिफाइड चावल के वितरण को लेकर एक जानकारी दी है. इसमें उन्होंने बताया है कि देशभर में अभी तक 50 लाख मीट्रिक टन से अधिक का फोर्टिफाइड चावल बांटा गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि बांटने का काम अभी जारी है, जिसका फायदा लाेगों को मिल रहा है.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट करते हुए बताया कि फोर्टिफाइड राइस पोषण युक्त चावल को बांटने के लिए तीन चरण निर्धारित किए गए हैं. इसके तहत वित्त वर्ष 2021-22 में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में आईसीडीएस, पीएम पोषण को कवर करते हुए पहले चरण में चावल वितरण का काम शुरू हो गया था. पहले चरण में 17.51 लाख मीट्रिक टन चावल बांटे गए थे. अप्रैल 2022 से दूसरे चरण में राइस बांटने का काम शुरू हुआ. इसमें 17 लाख मीट्रिक टन चावल बांटे गए और करीब 250 जिलों को कवर किया गया. बाकी 16.79 लाख मीट्रिक टन चावल राज्यों को दे दिया गया है. कृषि मंत्री तोमर ने आगे लिखा कि वर्ष 2023-24 से फोर्टिफाइड राइस बांटने के तीसरे चरण की शुरुआत की जाएगी. इस दौरान बाकी बचे हुए जिले भी कवर हो जाएंगे.
फोर्टिफाइड राइस अधिकांश लोगों के लिए नया शब्द हो सकता है. दरअसल यह एक ऐसा चावल होता है जिसमें अलग से पोषक तत्व और विटामिन मिलाए जाते हैं. यह केंद्र सरकार की सभी तक पोषण पहुंचाने की योजना है. इस योजना के अंतर्गत राज्यों में फोर्टिफाइड राइस का वितरण किया जाता है. इस तरह के चावल को बनाने के लिए सामान्य चावल में कई तरह के पोषक तत्व खासतौर पर विटामिन मिलाए जाते हैं. इन चावलों में आयरन, फोलिक और जिंक मिलाए जाते हैं जिसके कारण यह चावल पोषक गुणों से भरपूर हो जाता है.
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