केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड द्वारा सहकारिता के माध्यम से जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर आयोजित एक राष्ट्रीय संगोष्ठि को संबोधित किया. इस संगोष्ठि में शाह ने कहा कि वाराणसी में ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर बनेगा. कृषि उत्पादों में देश आत्मनिर्भर हैं और सरप्लस है, लेकिन सरप्लस में चूक भी हुई है, गलतियां हुई हैं इसलिए उसे ठीक करना है.
अमित शाह ने कहा, खाद और कीटनाशक के ज्यादा इस्तेमाल ने ज्यादा दिक्कत पैदा की है, भूमि और पानी को प्रदूषित किया है, इससे बीमारियां बढ़ी हैं. शाह ने कहा, हमारे देश में कैंसर ट्रेन चलती है. खाद और कीटनाशकों के ज्यादा इस्तेमाल से लोग कैंसर से ग्रसित हो रहे हैं, बीपी, शुगर बढ़ रहा है. इसलिए प्राकृतिक खेती की ओर जाना है.
अमित शाह ने कहा, प्राकृतिक खेती से उत्पादन कम होता है इसका मिथक टूट गया है. इसे गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने हरियाणा के फार्म पर कर दिखाया है. ऑर्गेनिक प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए सर्टिफिकेशन होगा. ऑर्गेनिक उत्पादन करने वाले किसानों के लिए नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक लिमिटेड़ बनाया गया है.
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अमित शाह ने कहा, 'भारत ऑर्गेनिक' के नाम से हमने ब्रांड बनाया है. अभी 6 उत्पाद लॉन्च किए हैं. दिसंबर तक 23 उत्पाद लॉन्च करेंगे. मदर डेयरी के जरिये 150 जगहों पर आज से शुरुआत होगी. आज से रिटेल ऑर्गेनिक आउटलेट की आज से शुरुआत की है. गोबर की ऑर्गेनिक खाद बनाकर किसान आय बढ़ा सकते हैं. देश में एक ग्राम भी गोबर वेस्ट नहीं होना चाहिए.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आज देश भर के को-ऑपरेटिव और कृषि क्षेत्र से जुड़े भाइयों और बहनों को कहना चाहता हूं कि आने वाले दिनों में भारत दुनिया के ऑर्गेनिक मार्केट का सबसे विश्वसनीय और सबसे बड़ा ब्रांड बनने जा रहा है क्योंकि मुझे को-ऑपरेटिव और किसानों की ताकत मालूम है. इसको अगर एक मंच मिल जाए तो हम दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करके दिखाएंगे..."
कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा, रासायनिक खाद की खपत कम करने का लक्ष्य तय करेंगे. यह नई शुरुआत करनी होगी. 500 करोड़ की पूंजी के साथ राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक लिमिटेड बना है। इसके 950 सदस्य बन चुके हैं, जबकि 2000 आवेदन पेंडिंग है. इससे कोई दवाई कब बिना लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा. जैविक उत्पादन की मार्केटिंग और एक्सपोर्ट यही संस्था करेगी. भारत ऑर्गेनिक ब्रांड को मजबूत करना है. किसानों को वैज्ञानिक मार्गदर्शन होगा. प्रयोगशाला बनेंगी. जो ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट से जो फायदा होगा उसका 50 फीसदी किसानों को मिलेगा. 2024 तक इस कंपनी के 25000 सदस्य बनेंगे. शाह ने कहा कि ऑर्गेनिक उत्पादों के लिए 439 लैब होंगी, क्योंकि छोटे किसानों को बड़ा करना है.
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