डिजिटल फार्मर रजिस्ट्री किसानों और अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गई है. सर्वर की परेशानी से फार्मर रजिस्ट्री की गति तेज नहीं हो पा रही है. कृषि विभाग के साथ ही राजस्व और पंचायत विभाग के कर्मचारी दिन-रात किसानों का पंजीकरण करने में जुटे हैं. मामले में उप्र के कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि प्रदेश भर में अभियान चलाकर किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुछ जगह से सूचना थी कि दिन में सर्वर नहीं चल रहा है इसलिए सभी CHC केंद्रों को आदेशित किया गया है कि वो रात में CHC केंद्र खुला रखें.
डॉ तोमर बताते हैं कि जिन किसानों ने अभी तक अपनी फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराई है जल्द करा लें. लेखपाल व जनसेवा केंद्र के माध्यम से डिजिटल फार्मर रजिस्ट्री बनवाई जा रही है. मोबाइल एप के माध्यम से किसान स्वयं भी फॉर्मर आईडी बना सकते हैं.
कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने के लिए साथ ही फसली ऋण व केसीसी का लाभ पाने के अलावा फसल बीमा एवं आपदा प्रबंधन की क्षतिपूर्ति को चिह्नित करने के लिए डिजिटल फार्मर रजिस्ट्री की अहम भूमिका होगी. इसके बन जाने के बाद लाभार्थी के बार-बार सत्यापन करने की जरूरी समाप्त हो जाएगी.
बता दें कि फार्मर्स रजिस्ट्री से किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना समेत अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे और निर्बाध रूप से मिल सकेगा. यह पहल किसानों के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. ऐसे में जिलाधिकारियों, ग्रामीण इलाकों में सहायक कर्मियों और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से अभियान को गति दी जा रही है.
सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जाने वाली योजनाओं एवं अन्य अनुदानों का लाभ लेने के लिए किसानों को फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराना होगा. यह फार्मर रजिस्ट्री 15 जनवरी 2025 तक की जाएगी. फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराने वाले किसानों को अन्य योजनाओं का भी लाभ मिलेगा. किसानों को फार्मर रजिस्ट्री करने के लिए वह स्वयं इस योजना के लिए बनाए गए पोर्टल upfr.agristack.gov.in एवं मोबाइल एप Farmer Registry UP के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
इसके अलावा कृषक जनपद में संचालित जन सुविधा केंद्रों (सीएससी) का प्रयोग करते हुए निर्धारित शुल्क देकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. जहां जनसेवा केंद्र से पंजीकरण करा सकते हैं. जनसेवा केंद्र पर खतौनी की प्रति, फैमिली आईडी संख्या या राशन कार्ड, आधार और आधार से लिंक कोई मोबाइल नंबर लेकर जाना होगा.