यूपी में मिलेट्स यानी मोटे अनाज (श्री अन्न) के उपभोग से सेहत को होने वाले फायदों के प्रति लोगों को जागरुक करने, किसानों को मिलेट्स की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उद्यमियों को इसके लिए पुख्ता बाजार की व्यवस्था करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. मिलेट्स के जायके का जादू, ज्यादा से ज्यादा लोगों की जुबान पर राज करने लगे, इसके लिए अनूठे आइडिया उभर कर सामने आने लगे हैं. इस कड़ी में झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर एक 'मिलेट्स हट' बनाई है. यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, 'मिलेट्स हट' के आइडिया की मुरीद हो गयीं. अब मिलेट्स हट 17 फरवरी को झांसी से सीधे राजभवन में दस्तक देगी.
मिलेट्स हट का आइडिया बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में फूड टेक्नॉलजी विभाग की शिक्षक डा अंजली श्रीवास्तव का है. उन्होंने गत 7 फरवरी को विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के आगमन को देखते हुए छात्रों के साथ मिलकर एक झोपड़ी नुमा स्टॉल बनवाकर इसमें मिलेट्स से बने लजीज व्यंजन डिसप्ले के लिए रखे.
ये भी पढ़ें- GIS: NCR में निवेशकों की पहली पसंद बना गौतमबुद्ध नगर जिला, टॉप 20 में आगरा भी शामिल
डा श्रीवास्तव ने बताया कि घास फूस और बांस की बनी झोपड़ी में मिलेट़स से बनाई गई कुकीज, केक, पास्ता, मफिन्स और नानखटाई सहित लगभग दर्जन भर स्नेक्स पेश किए गए. उन्होंने बताया कि राज्यपाल के आगमन की तैयारियों के सिलसिले में मिलेट्स हट बनाने का आइडिया उनके दिमाग में आया था. इस आइडिया को उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पांडे के साथ साझा किया. प्रो पांडे ने इस पर सहमति जताकर मिलेट्स हट बनाने में सभी विभागों को सहयोग करने का आदेश भी पारित कर दिया. इसके बाद महीने भर की मेहनत के बाद मिलेट्स हट वजूद में आ गई.
डा श्रीवास्तव ने बताया कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मिलेट्स हट काे देखने के बाद इसके आइडिया की जमकर तारीफ की. राज्यपाल ने हट में रखे गए लगभग सभी उत्पादों को चख कर भी देखा. उन्होंन इस तरह के अनूठे तरीकों को अपनाकर मिलेट्स को लोकप्रिय बनाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि युवा वर्ग को इस अभियान से जोड़ने का मकसद, नए आइडिया की मदद से इस मुहिम को सफल बनाना है. डा श्रीवास्तव ने बताया कि दीक्षांत समारोह के दिन मिलेट्स हट में मिलेट्स से बने 4 तरह के पास्ता के अलावा, बाजरे का केक, बाजरे का लड्डू, रागी और ज्वार की इडली सहित अन्य व्यंजन पेश किए गए.
डा श्रीवास्तव ने बताया कि दीक्षांत समारोह के अगले दिन झांसी के मेयर और स्थानीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने उनसे संपर्क कर नगर निगम और मेडिकल कॉलेज में भी इस तरह की मिलेट्स हट शुरू करने में मदद मांगी. उन्होंने बताया कि झांसी में जल्द ही नगर निगम प्रमुख स्थानों पर मिलेट्स हट को स्थापित करेगा. साथ ही मेडिकल कॉलेज के कैंपस में भी विश्वविद्यालय की तर्ज पर छात्रों के सहयोग से मिलेट्स हट शुरू की जाएगी.
डा श्रीवास्तव ने बताया कि इस दौरान उनसे लखनऊ स्थित राजभवन से भी संपर्क किया गया. राजभवन के अधिकारियों ने 17 फरवरी से राजभवन में शुरू हो रहे शाक भाजी एवं फूल महोत्सव के दौरान भी इस हट को एक स्टॉल के रूप में लगाने का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि अब मिलेट्स हट को राजभवन ले जाने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. राजभवन में मिलेट्स हट के लिए मोटे अनाजों से बनने वाले उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं. लखनऊ के लोग 17 से 19 फरवरी तक राजभवन में मिलेट्स हट पर इनका जायका ले सकेंगे.
डा श्रीवास्तव ने बताया कि इस हट को चलाने की जिम्मेदारी छात्रों को सौंपने का फैसला किया गया है. यह जिम्मेदारी ऐसे छात्रों को दी जाएगी, जो खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद इससे जुड़ा अपना काराेबार करने के इच्छुक हों. उन्होंने बताया कि हट में बेचे जाने वाले उत्पादों को खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय के फूड टेक्नॉलजी विभाग, गृह विज्ञान विभाग और होटल प्रबंधन विभाग के साझा सहयोग से बनाया जा रहा है.
इस हट में मिलेट्स से बने ब्रेड, बिस्कुट, केक और नमकीन जैसे मॉडर्न खाद्य पदार्थों को बेचा जाएगा. इनमें कुकीज़, पास्ता और केक सहित 9 कैटेगरी में 16 व्यंजन रखे जाएंगे. ये व्यंजन रागी, कोदो, सामा, ज्वार आदि से बनाए जा रहे हैं.
और पढ़ें,
इस बार भी बंपर रहेगी गेहूं की पैदावार, निर्यात में तेजी आने की संभावना
यूपी में 48 घंटों तक जारी रहेगा तेज हवाओं का दौर, वैज्ञानिकों ने दी ये सलाह