पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा है कि वह हाल ही में संपन्न हुए भारतीय चुनावों या भारत के घरेलू मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा. देश के विदेश कार्यालय की तरफ से यह बात कही गई है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के बाद उनके पाकिस्तानी समकक्ष शहबाज शरीफ ने उन्हें बधाई दी थी. बधाई को लेकर भी विदेश विभाग की तरफ से बयान दिया गया है. पाकिस्तान में भी इस साल अप्रैल में चुनाव हुए है जिसमें शहबाज शरीफ ने फिर से वापसी की है.
गुरुवार को रूटीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने भारत में हुए आम चुनावों पर टिप्पणी की. नरेंद्र मोदी ने नौ जून को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जो रिकॉर्ड तीसरी बार है जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आम चुनाव जीता है. बलूच से जब भारतीय चुनावों पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया तो उनका जवाब था, 'पाकिस्तान के पास चुनावों या भारत के अंदर के घरेलू मामलों के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं है.'
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उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व के बीच 'किसी तरह की चिट्ठी का कोई आदान-प्रदान' नहीं हुआ. बलूच ने बताया कि हालांकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण पर बधाई ट्वीट किया था. बलूच ने कहा, 'राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों के लिए अपने समकक्षों को उनके पदभार ग्रहण करने पर बधाई देना एक परंपरा है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बधाई ट्वीट इसी सिलसिले में था. आपने भारत के प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया भी देखी होगी. मैं इन संदेशों के संबंध में कोई और स्पष्टीकरण नहीं देना चाहूंगी.'
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प्रधानमंत्री शहबाज और उनके बड़े भाई तथा सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो नवाज शरीफ ने सोमवार को मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर शुभकामनाएं दीं. आपको बता दें कि साल 2014 में जब पीएम मोदी ने पहली बार देश की सत्ता संभाली थी तो उन्होंने अपने तत्कालीन पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था. वह शरीफ के लिए पहला मौका था जब वह भारत आए थे.