पानी को लेकर आमने-सामने हरियाणा-पंजाब, भगवंत मान को नायब सैनी का जवाब

पानी को लेकर आमने-सामने हरियाणा-पंजाब, भगवंत मान को नायब सैनी का जवाब

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 29 अप्रैल को एक बयान में बताया कि उन्होंने 26 अप्रैल को खुद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फोन करके बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) की तकनीकी समिति के निर्णय की जानकारी दी थी.

Dispute erupts between two states over waterDispute erupts between two states over water
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Apr 30, 2025,
  • Updated Apr 30, 2025, 9:24 AM IST

जब बात पानी की होती है, तो यह सिर्फ एक प्राकृतिक संसाधन नहीं, बल्कि राज्यों के बीच विश्वास, साझेदारी और जिम्मेदारी का विषय बन जाता है. लेकिन हाल ही में पानी वितरण को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच एक नया विवाद सामने आया है, जिसने इस मुद्दे को राजनीतिक बना दिया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हालिया बयान को “आश्चर्यजनक और भ्रामक” बताते हुए गंभीर सवाल खड़े किए हैं.  

क्या है पूरा मामला?

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 29 अप्रैल को एक बयान में बताया कि उन्होंने 26 अप्रैल को खुद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फोन करके बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) की तकनीकी समिति के निर्णय की जानकारी दी थी. इस निर्णय के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान को पानी का वितरण सुनिश्चित किया जाना था, लेकिन पंजाब के अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.

उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अगले दिन तक पानी छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, लेकिन 27 अप्रैल दोपहर तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. न केवल हरियाणा के अधिकारियों के फोन कॉल अनसुने किए गए, बल्कि इस मामले में कोई स्पष्ट बात भी नहीं हुआ.

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मुख्यमंत्री मान पर लगे आरोप

नायब सिंह सैनी का आरोप है कि भगवंत मान ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर जनता के सामने रखा और एक वीडियो जारी कर यह दिखाने की कोशिश की कि बीबीएमबी या पंजाब ने पहले कभी पानी का हिसाब नहीं रखा. सैनी के अनुसार यह दावा पूरी तरह से गलत है क्योंकि:

  • बीबीएमबी और संबंधित राज्य सरकारें हर बूंद पानी का रिकॉर्ड रखती हैं.
  • वर्ष 2022, 2023 और 2024 में हरियाणा को 9000 क्यूसेक से कम पानी कभी नहीं दिया गया.
  • अप्रैल और मई में धान की रोपाई नहीं होती, इन महीनों में केवल पेयजल आपूर्ति की जाती है.

पानी वितरण का डेटा 

वर्षभाखड़ा डैम का जल स्तर (फीट में)HCP पर प्राप्त जल (क्यूसेक में)
2020-211525.608263
2021-221564.109726
2022-231570.549850
2023-241567.3310067
2024-251555.82-------

हरियाणा को कितना पानी मिल रहा है?

नायब सिंह सैनी के अनुसार बीबीएमबी द्वारा भेजे गए पानी में से:

  • 500 क्यूसेक दिल्ली
  • 800 क्यूसेक राजस्थान
  • 400 क्यूसेक पंजाब को जाता है

इस प्रकार, हरियाणा को 6800 क्यूसेक पानी प्राप्त होता है, जबकि उसकी मांग इससे कहीं अधिक होती है. बीते सप्ताह उसे केवल 4000 क्यूसेक पानी ही मिला है, जो 60% मांग के बराबर है.

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डैम की स्थिति और मॉनसून की तैयारी

भगवंत मान ने पोंग और रणजीत सागर डैम में जल स्तर कम होने की बात की, लेकिन सैनी ने बताया कि हरियाणा को पानी केवल भाखड़ा डैम से मिलता है. साथ ही, मॉनसून के आने से पहले जल भंडार खाली करना जरूरी होता है ताकि बारिश के पानी को संग्रहित किया जा सके, वरना बचा हुआ पानी पाकिस्तान चला जाएगा, जो किसी भी सूरत में भारत के हित में नहीं है.

राष्ट्रीय हित बनाम क्षेत्रीय राजनीति

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जल विवाद पर राजनीति करने की बजाय, सभी राज्यों को मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि इस छोटी राजनीति से ऊपर उठकर, हरियाणा को उसका उचित जल हिस्सा प्रदान किया जाए. इससे न केवल अंतरराज्यीय सौहार्द बढ़ेगा बल्कि देश के जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन भी हो सकेगा.

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