महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि राज्य में बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा की जाए. सपकाल ने कहा कि देवेंद्र फडनवीस सरकार द्वारा घोषित वित्तीय सहायता "क्रूर मज़ाक" और "भ्रमित करने वाली" है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा, ''किसान अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन मंत्री सिर्फ़ तस्वीरें खिंचवा रहे हैं. आखिर और कितने किसानों की जान जाने पर इस सरकार की संवेदना जागेगी?" मालूम हो कि सप्ताह के शुरुआती दिनों में सितंबर माह में हुई भारी बारिश और बाढ़ ने मराठवाड़ा और आस-पास के क्षेत्रों में किसानों की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे राज्य भर में 68.69 लाख हेक्टेयर में फसलें तबाह हुई थी.
महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा की, जिसमें फसल नुकसान, जीवन और संपत्ति, मृदा अपरदन, किसानों को सीधे वित्तीय सहायता, सूखा जैसी परिस्थितियों में दी जाने वाली छूट, अस्पताल में इलाज के खर्च, विशेष सहायता राशि, घर, दुकान और पशुशाला की क्षति का मुआवजा शामिल है.
उत्तर महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में सपकाल ने कहा, "मई माह से असामयिक और अत्यधिक वर्षा के कारण महाराष्ट्र में खरीफ फसलें नष्ट हो गई हैं. किसान सरकार से पर्याप्त सहायता की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा घोषित पैकेज क्रूर मजाक साबित हुआ."
सपकाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के हालिया मुंबई दौरे में प्रभावित किसानों के लिए "एक पैसा भी" नहीं दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने बिहार, गुजरात और पंजाब को विशेष पैकेज दिए, लेकिन महाराष्ट्र को अकेला छोड़ दिया. सपकाल ने कहा, "राज्य प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है और केंद्रीय समर्थन की आवश्यकता है."
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के पैकेज में पहले से ही फसल बीमा और बिजली गिरने से हुई मौतों का मुआवजा शामिल है, जिसे उन्होंने "भ्रामक लेखांकन" करार दिया. उन्होंने कहा, "कांग्रेस लगातार प्रभावित फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये, मिट्टी कटाव के लिए प्रति हेक्टेयर 5 लाख रुपये और पूरी तरह से कृषि लोन माफी की मांग करती रही है."
सपकाल ने बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य और केंद्र सरकारों को निशाना बनाते हुए कहा कि पीएम का दौरा "राजनीतिक रूप से प्रेरित" था. उन्होंने बताया, "नवी मुंबई हवाई अड्डे का उद्घाटन चुनाव की दृष्टि से जल्दी-जल्दी किया गया. इसी तरह अरब सागर में शिव स्मारक और डॉ. बी. आर. अंबेडकर के इंडु मिल स्मारक का उद्घाटन किया गया, जिनमें बाद में कोई प्रगति नहीं हुई."
अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सपकाल ने कहा, "महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. महिलाओं के खिलाफ अपराध और नशा तस्करी बढ़ रही है. केवल नासिक में नौ महीनों में 44 हत्याएं हुई हैं." उन्होंने मुख्यमंत्री फडनवीस से गृह मंत्रालय के लिए पूर्णकालिक मंत्री नियुक्त करने का सुझाव दिया और कहा, "मौजूदा राज्य मंत्री योगेश कदम गंभीर विवादों में हैं, उन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए."
सपकाल ने हाल ही में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बी. आर. गावई पर हुए हमले की निंदा करते हुए इसे "मनुस्मृति विचारधारा से प्रेरित ताकतों द्वारा किया गया शर्मनाक कृत्य" बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावर का उपनाम जानबूझकर छिपाया गया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय पर और सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो ऐसी घटनाएं और बढ़ेंगी. (पीटीआई)