Farmers Protest: जगजीत सिंह डल्लेवाल की मेडिकल सहायता 6 द‍िन से बंद, क‍िसानों का बड़ा ऐलान

Farmers Protest: जगजीत सिंह डल्लेवाल की मेडिकल सहायता 6 द‍िन से बंद, क‍िसानों का बड़ा ऐलान

क‍िसान नेता अभ‍िमन्यु कोहाड़ ने बताया क‍ि 11 फरवरी को रतनपुरा मोर्चे पर आयोजित किसान महापंचायत की तैयारी के लिए पतली, बुध्वाली, चकहीरा, सिंहवाला, नुकेरा, हरिपुरा, भगतपुरा आदि गांवों का दौरा कर के किसानों को महापंचायत में पहुंचने का न्योता दिया गया. इसी तरह 12 फरवरी को दातासिंहवाला-खनौरी और 13 फरवरी को शंभू मोर्चों पर देशभर से किसान और किसान नेता पहुंचेंगे.

जगजीत सिंह डल्लेवालजगजीत सिंह डल्लेवाल
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 10, 2025,
  • Updated Feb 10, 2025, 8:12 AM IST

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 77वें दिन दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे पर जारी है. पिछले 6 दिन से जगजीत सिंह डल्लेवाल की मेडिकल सहायता बंद है, क्योंकि उनकी नसें ब्लॉक हो गई हैं. ऐसे में डॉक्टरों को ड्रिप लगाने के लिए नस नहीं मिल रही है. इस बीच क‍िसानों ने 14 फरवरी को सरकार के साथ होने वाली मीट‍िंग से पहले बड़ा ऐलान क‍िया है. इसके तहत तीन महापंचायतें की जाएंगी ज‍िसमें क‍िसान अपनी ताकत द‍िखाएंगे. 

क‍िसान नेता अभ‍िमन्यु कोहाड़ ने बताया क‍ि 11 फरवरी को रतनपुरा मोर्चे पर आयोजित किसान महापंचायत की तैयारी के लिए पतली, बुध्वाली, चकहीरा, सिंहवाला, नुकेरा, हरिपुरा, भगतपुरा आदि गांवों का दौरा कर के किसानों को महापंचायत में पहुंचने का न्योता दिया गया. इसी तरह 12 फरवरी को दातासिंहवाला-खनौरी और 13 फरवरी को शंभू मोर्चों पर देशभर से किसान और किसान नेता पहुंचेंगे.

क्या कहा डल्लेवाल ने?

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि मेरी इच्छा है कि 12 फरवरी को मैं दातासिंहवाला-खनौरी मोर्चे पर सभी किसानों के दर्शन करके अपने मन की भावना किसानों के साथ साझा करूं. बता दें क‍ि प‍िछले एक साल से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी की लीगल गारंटी और अन्य 12 मांगों को लेकर आंदोलन चल रहा है.

18 जनवरी को संयुक्त सचिव (कृषि) प्रिय रंजन के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल द्वारा एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम को 14 फरवरी को चंडीगढ़ में उनकी मांगों पर चर्चा के लिए बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद उन्हें मेडिकल सहायता मिलनी शुरू हुई. हालांकि, डल्लेवाल ने अपना अनशन समाप्त नहीं किया और उन्हें नसों के माध्यम से लिक्विड दिया जा रहा है.

महापंचायत की घोषणा

इस बीच, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम दोनों ही चल रहे विरोध प्रदर्शन के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में राजस्थान के रतनपुरा (11 फरवरी), खनौरी सीमा (12 फरवरी) और शंभू सीमा (13 फरवरी) पर 'किसान महापंचायत' आयोजित करने की तैयारी कर रहे हैं.

काका सिंह कोटड़ा जैसे किसान यूनियन के नेता आगामी किसान महापंचायतों के लिए समर्थन जुटाने के लिए गांवों में संपर्क अभियान जारी रखे हुए हैं. अगर एकता बैठक होती है, तो सरकार के साथ आगे की बातचीत से पहले अलग-अलग किसान गुटों को एकजुट करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय हो सकता है. 14 फरवरी को सरकार के साथ मीटिंग से पहले किसान संगठन एक दूसरे के साथ बैठक कर एकता बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.

 

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