देशभर के कई किसानों ने परंपरागत खेती से अलग हटकर कुछ नया किया है. इसी कड़ी में झारखंड के कई युवा किसान ड्रैगन फ्रूट खेती की तरफ काफी तेजी से जुड़ रहे हैं.
ड्रैगन फ्रूट एक अमेरिकी फल है. इस फल को संबंध कैक्टस की प्रजाति से है. ड्रैगन फ्रूट की खासियत यह भी होती है कि इसे एक बार लगाने के बाद 25 सालों तक इससे फल ले सकते हैं.
इस फल के पौधा लगाने के छह से आठ महीने के बाद यह फल देना शुरू कर देता है. वहीं यह खाने में हल्का खट्टा और मीठा होता है. ये अपने अनोखे स्वाद के लिए मशहूर है.
ड्रैगन फ्रूट स्वास्थ्य के लिए इतने उपयोगी हैं कि इन्हें ‘सुपरफ्रूट’ माना जाता है. ये फल इम्युनिटी बढ़ाने, कॉलेस्ट्रॉल घटाने, वजन घटाने, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों के मामलों में बहुत फ़ायदेमन्द होता है.
बाजार में यह फल 400 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बिकता है, इसलिए इसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए खास तकनीक की जरूरत पड़ती है.
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए अधिक पूंजी की जरूरत होती है. क्योंकि इसमें सीमेंट और छड़ का इस्तेमाल करके इसके फलन के लिए पिलर तैयार किए जाते हैं. वहीं इसमें बेहतर फलन के लिए समय-समय पर खाद और दवा देने की भी जरूरत पड़ती है.