आंखों में नमी, चेहरे पर मायूसी और दिल में टूटे सपने लेकर खड़े हैं संगरूर के ये किसान. इन किसानों ने पिछले कुछ सालों में फूलों की खेती शुरू की थी. मुनाफा भी अच्छा होने लगा था. इन फूलों के बीज विदेशों में जाकर काफी महंगे बिकते हैं. लेकिन इन किसानों की खुशी पर शायद किसी की बुरी नजर लग गई. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने इन किसानों की खुशियों पर पानी फेर दिया. संगरूर के इन किसानों के फूलों के खेत पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. किसानों का कहना है कि पहले यहां दूर-दूर तक रंग-बिरंगे फूलों से सजी धरती नजर आती है. लोग फोटो खिचवाने आते थे. फूलों की खेती से इनको मुनाफा भी अच्छा हो रहा था और घर का गुजारा भी बढ़िया चल रहा है. लेकिन बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने पलक झपकते ही हालात बदल दिए. संगरूर के गिदड़यानी गांव के किसान फूलों की खेती के बर्बाद होने से बेहद मायूस हैं. अभी हार्वेस्टिंग का समय आया ही था, लेकिन बारिश और ओलों ने सबकुछ चौपट कर दिया.