गेहूं की फसल को आग से बचाना जरूरी, खेत में जाने पर क्या सावधानी बरतें किसान? कृषि विशेषज्ञों की एडवाइजरी पढ़ें

गेहूं की फसल को आग से बचाना जरूरी, खेत में जाने पर क्या सावधानी बरतें किसान? कृषि विशेषज्ञों की एडवाइजरी पढ़ें

कृषि विभाग ने किसानों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि जब भी वे अपने गेहूं के खेतों में हों तो बीड़ी या सिगरेट न पियें, क्योंकि इसकी एक भी चिंगारी पूरे गेहूं के खेत को जलाने के लिए काफी होती है. कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि यह बात भी सामने आई है कि कई बार कृषि मशीनों से निकलने वाली चिंगारी भी बड़े आग का रूप ले लेती है.

गेहूं के खेत को आग बचाने कैसे बचाएं (सांकेतिक तस्वीर)गेहूं के खेत को आग बचाने कैसे बचाएं (सांकेतिक तस्वीर)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 07, 2024,
  • Updated Apr 07, 2024, 10:09 AM IST

गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है. तेज धूप और शुष्क मौसम के कारण हल्की सी चिंगारी भी बड़े आग की घटना में बदल सकती है. इस मौसम में गेहूं के खेतों में आग लगने की घटनाएं भी अक्सर सामने आती हैं. चूंकि गेहूं की फसल पक कर पूरी तरह सूखी हुई होती है, इसलिए इसके खेत में आग की हल्की सी चिंगारी भी बड़ा रूप ले लेती है. ऐसे में किसानों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कृषि विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. कृषि विभाग की तरफ से गेहूं उत्पादकों के लिए जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि किसान यह सुनिश्चित करें की उनके खेतों के पास आग नहीं जलाई जाए. 

कृषि विभाग ने किसानों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि जब भी वे अपने गेहूं के खेतों में हो तो बीड़ी या सिगरेट नहीं पीये क्योंकि इसकी एक भी चिंगारी पूरे गेहूं के खेत को जलाने के लिए काफी होती है. द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि यह बात भी सामने आई है कि कई बार कृषि मशीनों से निकलने वाली चिंगारी भी बड़े आग का रूप धर लेती है. इसलिए आग को रोकने के लिए कृषि मशीनरी के हिस्सों को पीसने के दौरान घर्षन कम करने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जाने चाहिए. अगर मशीनों से चिंगारी निकलने की संभावना है तो उसे खेतों से दूर रखकर ही इस्तेमाल करें.

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बंद रखें बिजली के ट्रांसफर्मर

कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि मशीनों के ऐसे हिस्से जहां से चिंगारी निकल सकती है, उन हिस्सों में ग्रीस लगाने से मदद मिल सकती है. विभाग ने यह भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में गेहूं की फसल पक कर सूख गई है और कटाई के लिए तैयार है, उन क्षेत्रों में किसान बिजली के ट्रांसफार्मर को बंद करने कर दें. क्योंकि बिजली रहने से किसी भी शॉर्ट सर्किट से आग भी लग सकती है. उन्होंने कहा कि किसानों को अपने खेतों की सिंचाई की तुलनात्मक रूप से कोई आवश्यकता नहीं है और ऐसे में ट्यूबवेलों को बिजली की आपूर्ति करने वाले ट्रांसफार्मर बंद किए जा सकते हैं.

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यूपी के खेत में आग से भारी नुकसान   

गौरतलब है कि इन दिनों यूपी समेत देश के कई राज्यों से गेहूं के खेतों में आग लगने की खबरें आती हैं. एक सप्ताह पहले ही उत्तर प्रदेश के देवरिया में गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई थी. इससे कई एकड़ में लगी गेहूं की फसल जल कर राख हो गई थी.हालांकि जैसे ही खेत में आग लगी वैसे ही किसान आग बुझाने के लिए दौड़े पर पर देखते ही देखते किसानों की कोशिश के बीच काफी बड़े रकबे में आग फैल गई और किसानों को काफी नुकसान हो गया. यह घटना बरियारपुर थाना क्षेत्र के कुशहरी गांव का है. आग लगने के बाद किसानों ने फायर ब्रिगेड को भी इसकी सूचना दी थी पर तबतक कई एकड़ खेत की फसल जलकर नष्ट हो चुकी थी. 

 

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