Odisha Paddy Procurement: सुंदरगढ़ जिले में धान खरीद केंद्रों से दूरी बना रहे किसान, पढ़ें क्या है वजह

Odisha Paddy Procurement: सुंदरगढ़ जिले में धान खरीद केंद्रों से दूरी बना रहे किसान, पढ़ें क्या है वजह

सुंदरगढ़ ओडिशा क आदिवासी बहुल जिला है. यहां पर अधिकांश किसान एमएसपी पर धान बेचने को लेकर जागरूक नहीं है इसके अलावा वो इसकी प्रक्रिया को बहुते पेचीदा मानते हैं इसलिए वो इससे दूर रहते हैं और स्थानीय व्यापारियों को ही कम दाम पर अपने धान बेच देते हैं.

क‍िसान तक
  • Bhuvneshwar,
  • Dec 29, 2023,
  • Updated Dec 29, 2023, 8:47 AM IST

ओडिशा में एमएसपी पर धान की प्रक्रिया शुरू है. पर इस बीच यहां के कई जिलों से धान खरीद को लेकर अलग-अलग जिलों से अलग अलग प्रकार की समस्याएं सामने आ रही है. कई जिलों के किसानों ने यह भी कहा है कि धान खरीद की प्रक्रिया काफी धीमी है. इसके चलते किसानों को परेशानी हो रही है. वहीं मिलर्स द्वारा भी धान की गुणवत्ता को लेकर वजन में कटौती करने की खबरें भी आ रही है. इन सबके बीच ओडिशा के संदरगढ़ से भी धान खरीद को लेकर खबर यह आ रही है कि अभी भी यहां पर किसान धान खरीद केंद्रों से दूरी बनाए हुए हैं. यहां पर धान खरीद शुरू हुए 12 दिन बीच चुके हैं. पर मंडियों में किसानों की आवक काफी कम है. इसके कारण अभी तक धान खरीद की प्रक्रिया सुव्यवस्थित ढंग से शुरू नहीं हो पाई है. 

सुंदरगढ़ ओडिशा क आदिवासी बहुल जिला है. यहां पर अधिकांश किसान एमएसपी पर धान बेचने को लेकर जागरूक नहीं है इसके अलावा वो इसकी प्रक्रिया को बहुते पेचीदा मानते हैं इसलिए वो इससे दूर रहते हैं और स्थानीय व्यापारियों को ही कम दाम पर अपने धान बेच देते हैं. द न्यू इंडियन एक्स्प्रेस की खबर के अनुसार सूत्रो ने बताया है कि जब धान की खेती को लेकर सैटेलाइट सर्वे किया तो पता चला है कि जिन खेतों में धान की खेती का जिक्र किया गया है वहां पर धान की खेती नहीं हुई है. इस तरह से कई विसंगतियों के सामने आने के बाद कई किसानों के बिक्री टोकन रोक दिए गए हैं. अब फिर से सर्वेक्षण किया जाएगा. इसके निष्कर्षों को आधार पर किसानों को नए टोकन जारी किए जाएंगे. 

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15 दिसंबर से हुई है धान खरीद की शुरुआत

इसके अलावा बेमौसम बारिश भी यहां पर धान खरीद प्रक्रिया में विलेन बन कर उभरा है. क्योंकि कई ऐसे किसान हैं जिन्हें धान बिक्री के लिए टोकन जारी किया गया है पर उनके धान बेमौसम बारिश के कारण भीग गए हैं. अब भीगे हुए धान को सुखाने में समय लग रहा है इसलिए भी किसान धान लेकर लैंपस-पैक्स तक नहीं पहुंच रहे हैं. उल्लेखनीय है कि सुंदरगढ़ में प्रतीकात्मक रुप से 15 दिसंबर को धान खरीद की शुरुआत की गई थी. जिले में धान खरीद के लिए 134 धान खरीद केंद्र खोले गए थे. हालांकि सभी केंद्रों को खोलने में एक सप्ताह का समय लग गया था.

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धान सुखाने के लिए अधिक समय मांग रहे किसान

सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार ने बताया कि  मंगलवार रात तक 2,034 बिक्री टोकन के मुकाबले 76,479 क्विंटल की खरीद की गई थी. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ धान खरीद केंद्रो में धान की खरीद प्रक्रिया अब तक धीमी रही है क्योंकि विभिन्न कारणों से किसान निर्धारित तारीखों पर अपने धान लेकर नहीं आ पा रहे हैं.उप रजिस्ट्रार ने यह भी बताया कि कुछ धान खरीद केंद्र ऐसे हैं जो लक्षित मात्रा में धान उठाने में सक्षम नहीं है. हालांकि लैंपस के अधिकारी किसानों से संपर्क कर रहे हैं पर अधिकांश किसान धान सुखाने के लिए अधिक समय की मांग कर रहे हैं. क्योंकि बेमौसम बारिश के कारण धान में नमी की मात्रा बढ़ गई है. हालांकि अधिकारी यह उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में धान खरीद में तेजी आएगी. सुंदरगढ़ जिले से 53,798 पंजीकृत किसानों से एमएसपी पर 18.94 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है. 


 

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