UP में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से कई फसलों की भारी बर्बादी, नुकसान का आकलन करने का आदेश जारी

UP में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से कई फसलों की भारी बर्बादी, नुकसान का आकलन करने का आदेश जारी

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा कि हम अभी भी फसल के नुकसान की प्रारंभिक रिपोर्ट एकत्र कर रहे हैं. अभी तक बारिश और ओलावृष्टि से किसी इंसान को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है. हमने सभी जिलों को नुकसान की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है, जिसे राहत आयुक्त कार्यालय के साथ साझा किया जाएगा. 

बारिश और ओलावृष्टि से फसल को पहुंचा नुकसान. (सांकेतिक फोटो)बारिश और ओलावृष्टि से फसल को पहुंचा नुकसान. (सांकेतिक फोटो)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Mar 03, 2024,
  • Updated Mar 03, 2024, 12:06 PM IST

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार और शनिवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. इससे फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. खास बात यह है कि इस दौरान आंधी ने भी जमकर तबाही मचाई. तेज हवा बहने से गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई. वहीं, इस तबाही के बाद राहत आयुक्त विभाग ने प्रदेश के 75 जिलों में फसल, पशुधन व मानव क्षति का आकलन करने के लिए आदेश जारी कर दिया है. साथ ही उसने एक सप्ताह के भीतर डेटा साझा करने को कहा है, ताकि मुआवजा देने का काम शुरू किया जा सके.

द टाइम्स ऑफि इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर सहारनपुर, बागपत, झांसी, लखनऊ, जालौन और अन्य जिलों से वायरल हुए वीडियो में भारी ओलावृष्टि और गरज के साथ बारिश होती दिख रही है. इससे गेहूं, सरसों, मटर, कपास, मसूर, अरहर को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने कहा कि हम अभी भी फसल के नुकसान की प्रारंभिक रिपोर्ट एकत्र कर रहे हैं. अभी तक बारिश और ओलावृष्टि से किसी इंसान को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है. हमने सभी जिलों को नुकसान की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है, जिसे राहत आयुक्त कार्यालय के साथ साझा किया जाएगा. 

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इन जिलों में हुई अधिक बर्बादी

खबर है कि 9 से 28 फरवरी के बीच बांदा, फतेहपुर, हमीरपुर, जालौन, कानपुर देहात और कानपुर नगर जैसे जिलों द्वारा भेजे गए आंकड़ों से पता चला कि ओलावृष्टि और आंधी के कारण सरसों, मसूर, गेहूं, चना और अन्य फसल को नुकसान हुआ है. अधिकारियों ने कहा कि बांदा की पैलानी तहसील में, कम से कम 13 गांवों में 45 फीसदी फसलों को नुकसान हुआ है, जबकि बबेरू तहसील के तीन गांवों में 33 फीसदी नुकसान हुआ है. फ़तेहपुर की बिंदकी तहसील में 10 गांवों में 33 प्रतिशत फसल बर्बादी की खबर है. हमीरपुर में 51 गांवों में भी ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण फसलों को 33 प्रतिशत नुकसान हुआ है.

हरियाणा में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि

वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि हरियाणा में ओलावृष्टि के साथ मूसलाधार बारिश हुई. सड़क से लेकर खेतों तक में बर्फ की चादर बिछ गई. इससे रबी फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. लेकिन ओलावृष्टि से सबसे अधिक सरसों की फसल की बर्बादी हुई है. हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, जींद और फतेहाबाद जिले के कई गांवों के किसानों ने ओलावृष्टि के कारण सरसों की फसल को नुकसान होने की शिकायत की है.भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रोहतक में 47 मिमी, सोनीपत में 8.5 मिमी, हिसार में 26 मिमी और अंबाला में 24 मिमी बारिश हुई. चरखी दादरी, जींद, करनाल कुरूक्षेत्र, पानीपत, फतेहाबाद और भिवानी जिले में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है.

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