नेपाल में रविवार को सुबह 7:24 बजे 5.3 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किया गए. नेपाल के अलावा भारत के बिहार राज्य और चीन में भी महसूस किया गए. यह भूकंप अनुमानित रूप से बोल्डे फेडिचे से मात्र 1 किमी की दूरी पर हुआ. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार नेपाल के अलावा ये भूकंप के झटके भारत के भी कई हिस्सों में महसूस किए गए. हालांकि अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. वहीं इससे पहले 04 अक्टूबर को भी नेपाल के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. इस दौरान भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.8 थी.
वहीं इससे पहले 04 अक्टूबर को भी दोपहर 2.40 बजे नेपाल के कई हिस्सों में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे. इस भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए. 04 अक्टूबर के दिन आधे घंटे में दो बार नेपाल में भूकंप के झटके आए थे. पहला भूकंप दोपहर 2.25 बजे और दूसरा 2.51 बजे पर आए थे.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के पास 16 अक्टूबर को 4.0 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था. आपको बता दें कि यह लगातार अक्टूबर महीने में तीसरी बार है जब देश में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ से 40 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था. भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ में 5 किमी की गहराई पर आया. रविवार को भूकंप आने के बाद दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेज झटके महसूस किए गए.
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं या टकराती हैं तो भूकंप महसूस होता है. दरअसल जब प्लेट्स टकराती हैं तो उनके कोने मुड़ते हैं. कई बार ज्यादा दबाव से प्लेट्स टूटने भी लगती हैं. ऐसे में इनके टूटने से जनरेट होने वाली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता ढूंढती है और इसी डिस्टर्बेंस की वजह से भूकंप के झटके आते हैं.