मटर देश की शीतकालीन सब्जियों में एक है. दलहनी सब्जियों में मटर का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है. मटर की खेती से जहां एक ओर कम समय में अधिक पैदावार मिलती है तो वहीं ये खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में भी मददगार होती है. फसल चक्र के अनुसार यदि मटर की खेती की जाए तो इससे भूमि उपजाऊ होती है. यदि किसान इसकी खेती अक्टूबर के महीने में करें तो अधिक पैदावार के साथ ही भरपूर मुनाफा भी कमा सकते हैं. आजकल बाजार में भी पूरे साल मटर की मांग बनी रहती है जिससे किसानों की कमाई बढ़ रही है.
वहीं किसान इसकी खेती कर बेहतर मुनाफा भी कमा सकते हैं. अगर आप भी मटर की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म काशी नंदिनी का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से मटर के बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन मटर की उन्नत किस्म काशी नंदिनी का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
काशी नंदिनी मटर की एक अगेती किस्म है. मटर की इस प्रजाति को 2005 में विकसित किया गया था. अगेती किस्मों में इस किस्म का मुख्य स्थान है. बुवाई के लगभग 60-65 दिनों में इसकी फलियां तुड़ाई योग्य हो जाती हैं. इसकी एक फली में 7-9 दाने बनते हैं. इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि पौधे में लगे सभी फलियां एक साथ तैयार हो जाती हैं जिससे बार-बार तुड़ाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है. इससे प्रति हेक्टेयर 110-120 क्विंटल मटर का उत्पादन किया जा सकता है.
अगर आप भी मटर की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो काशी नंदिनी किस्म के एक किलो के पैकेट का बीज 42 फीसदी छूट के साथ 180 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से मटर की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
हरी सब्जियों में पालक का अपना विशेष महत्व है. ये आयरन से भरी एक ऐसी सब्जी है जिसे कई तरीके से खाया जाता है. वहीं पालक की ऑल ग्रीन किस्म एक अधिक उपज देने वाली किस्म है. इसकी खेती सर्दी के मौसम में ज्यादा की जाती है. ये किस्म बुवाई से करीब 35 से 40 दिन में तैयार हो जाती है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 500gm का पैकेट आपको मात्र 13 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
भारत में केले के फल का एक प्रमुख स्थान है. केले में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं. केले का इस्तेमाल आमतौर पर सब्जी और चिप्स के लिए किया जाता है. केले की 'जी-9' किस्म किस्म पकने के बाद भी लंबे समय तक खराब नहीं होता है. वहीं इस पौधे की एक और खासियत ये है कि केले के पौधे अक्सर आंधी-तूफान में बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन यह मध्यम स्तर के आंधी-तूफान को बर्दाश्त करने में सक्षम है. अगर आप भी केले के उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो 'जी-9' किस्म के 20000 पौधे फिलहाल 10 फीसदी छूट के साथ 3,37,476 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे.