अमेरिका में 26% टैरिफ से भारतीय इंस्टेंट कॉफी के निर्यात पर संकट, ब्राज़ील को मिल सकता है फायदा

अमेरिका में 26% टैरिफ से भारतीय इंस्टेंट कॉफी के निर्यात पर संकट, ब्राज़ील को मिल सकता है फायदा

अमेरिका द्वारा लगाया गया नया टैरिफ भारत की इंस्टेंट कॉफी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है. हालांकि स्पेशियलिटी कॉफी फिलहाल सुरक्षित है, लेकिन लंबे समय में भारत को अपने निर्यात बाजारों में विविधता लाने की जरूरत है.

Crisis on export of instant coffeeCrisis on export of instant coffee
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 11, 2025,
  • Updated Apr 11, 2025, 2:45 PM IST

भारतीय कॉफी निर्यातकों ने चिंता जताई है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए 26 प्रतिशत टैरिफ से भारत की इंस्टेंट यानी तुरंत बनकर तैयार होने वाले कॉफी के निर्यात पर बुरा असर पड़ सकता है. कॉफी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजा ने कहा कि इस फैसले से भारतीय कॉफी को अमेरिका में ब्राज़ील और इक्वाडोर जैसी देशों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, क्योंकि इन देशों पर केवल 10 प्रतिशत टैरिफ लागू है.

रमेश राजा ने बताया, "भारत की इंस्टेंट कॉफी पर 26 प्रतिशत टैरिफ होने से इसकी कीमत अमेरिकी बाजार में ज्यादा हो जाएगी. इससे हमारे उत्पादों की प्रतिस्पर्धा कम हो जाएगी और निर्यात घट सकता है."

स्पेशियलिटी कॉफी पर असर नहीं

हालांकि, स्पेशियलिटी कॉफी यानी खास किस्म की प्रीमियम कॉफी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. स्पेशियलिटी कॉफी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डीएम पूर्णेश ने बताया कि इस कॉफी की कीमतों पर बातचीत पहले ही हो चुकी थी. हालांकि, कुछ अमेरिकी खरीदारों ने छूट की मांग जरूर की है.

ये भी पढ़ें: करनाल में प्रशासन और लेबर-ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों के बीच बनी सहमति, मंडियों में गेहूं उठान का काम शुरू

भारत के लिए छोटा लेकिन अहम बाजार

भारत के कुल कॉफी निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी सिर्फ 4% से भी कम है. 1.8 अरब डॉलर के कुल निर्यात में अमेरिका को करीब 67 मिलियन डॉलर की कॉफी भेजी जाती है. मात्रा की बात करें तो भारत से अमेरिका को हर साल लगभग 9,000 टन कॉफी निर्यात होती है, जबकि 2024-25 में कुल निर्यात 3.89 लाख टन होने का अनुमान है. इनमें से 60% हिस्सा इंस्टेंट कॉफी का होता है, जबकि बाकी सामान्य और स्पेशियलिटी कॉफी होती है.

ये भी पढ़ें: तेरा-मेरा टैरिफ! ट्रंप टैरिफ की टेंशन न लें, हर फसल के लिए अलग नीति बना दें, चमकेगा एग्रो-एक्सपोर्ट

ब्राज़ील को मिल सकता है फायदा

ब्राज़ील, जो दुनिया का सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक है, केवल 10% टैरिफ के तहत आता है. ऐसे में अमेरिकी बाजार में उसे भारत की तुलना में ज्यादा फायदा मिल सकता है. वहीं, वियतनाम पर 46% टैरिफ है, जो भारत से भी ज्यादा है.

नए बाजारों की तलाश

रमेश राजा ने कहा कि अब भारतीय निर्यातकों को अन्य देशों में नए बाजार तलाशने होंगे. पहले ही भारत, लैटिन अमेरिकी देशों की तुलना में लागत के कारण नुकसान में है. खासकर मेक्सिको, जो अमेरिका के लिए एक प्रमुख कॉफी आपूर्तिकर्ता बनता जा रहा है.

MORE NEWS

Read more!