केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला का कहना है कि डेयरी सेक्टर में हम बीते 10 साल में लगातार अच्छा कर रहे हैं. दूध उत्पादन में विश्व में हम नंबर वन हैं. इंटरनेशनल मार्केट में भी हम अपनी अलग पहचान बना रहे हैं. इसमे बड़ा योगदान हमारे देश के युवाओं का है. मिल्क, ऐग मीट पर एक सालाना रिपोर्ट पेश करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि हम घरेलू बाजार में डेयरी सेक्टर के विकास और डेयरी प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के साथ ही एंटरप्रेन्योरशिप पर भी जोर दे रहे हैं.
इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने "मिल्की वे ओवर द इयर्स" भी जारी किया. इसमे डेयरी सेक्टर में बीते 10 साल में हुए कार्यों का पूरा लेखा-जोखा है. केंद्रीय मंत्री ने असम राज्य के लिए ए-हेल्प (पशुधन उत्पादन के स्वास्थ्य और विस्तार के लिए मान्यता प्राप्त एजेंट) प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया है.
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डेयरी सेक्टर में बढ़ते कदम को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री का कहना है कि कि आज देश का डेयरी और पशुपालन कारोबार टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ रहा है. युवाओं और टेक्नोंलॉजी का साथ डेयरी सेक्टर को रफ्तार दे रहा है. आज हमारे देश में एक लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स हैं और दुनिया में हमारा नंबर तीसरा है. केन्द्रीय मंत्री का कहना है कि पशुपालन किसानों की इनकम डबल करने का एक बड़ा रास्ता है. यही वजह है कि आज पशुपालन के क्षेत्र में बड़े पब्लिक इंवेस्टमेंट की जरूरत है.
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि 2022-23 के दौरान देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन अनुमानित है, जिसमें पिछले पांच साल में 22.81 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि साल 2018-19 में दूध उत्पादन 187.75 मिलियन टन था. जबकि 2021-22 में 221.6 मिलियन टन हो गया था. डेयरी मंत्रालय की साल 2022-23 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन हुआ था. इसमे सबसे ज्यादा 15.72 फीसद योगदान यूपी का है.
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जबकि बीते साल यूपी की हिस्सेदारी 14.93 फीसद थी. वहीं बीते साल इस दौड़ में 15.05 फीसद की हिस्सेदारी के साथ राजस्थान पहला नंबर पर था. लेकिन इस साल यूपी ने राजस्थान को पीछे छोड़ दिया है. राजस्थान में 2022-23 में 14.44 फीसद दूध उत्पादन हुआ है. तीसरे, चौथे और पांचवें स्थाान पर अब मध्यम प्रदेश 8.73 फीसद, गुजरात 7.49 और आंध्रा प्रदेश में 6.70 फीसद उत्पादन हुआ है.