पंचायती राज मंत्रालय ने शुरू किया 'ग्राम मानचित्र' जीआईएस एप्लीकेशन, जानिए क्या होगा फायदा

पंचायती राज मंत्रालय ने शुरू किया 'ग्राम मानचित्र' जीआईएस एप्लीकेशन, जानिए क्या होगा फायदा

मंत्रालय ने जियो-टैग के साथ फोटो खींचने में मदद करने के लिए एक मोबाइल आधारित समाधान एम-एक्शनसॉफ्ट का भी शुभारंभ किया है. संपत्तियों की जियो-टैगिंग तीन चरणों में की जाती है. कार्य शुरू होने से पहले, कार्य के दौरान और कार्य पूरा होने पर. यह प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, सूखा निवारण, स्वच्छता, कृषि, चेक डैम और संपत्तियों के बारे में जानकारी का भंडार प्रदान करेगा. 

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क‍िसान तक
  • Delhi ,
  • Dec 05, 2023,
  • Updated Dec 05, 2023, 8:26 PM IST

पंचायती राज मंत्रालय ने ग्राम पंचायत द्वारा स्थानिक योजना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) एप्लीकेशन ग्राम मानचित्र (https://grammanchitra.gov.in) का शुभारंभ किया. यह एप्लीकेशन ग्राम पंचायतों को भू-स्थानिक तकनीक का उपयोग करके ग्राम पंचायत स्तर पर योजना बनाने में सुविधा और सहायता प्रदान करती है. यह अलग-अलग क्षेत्रों में किए जाने वाले विभिन्न विकासात्मक कार्यों की प्लानिंग को बेहतर बनाने और ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) के लिए निर्णय समर्थन प्रणाली प्रदान कर एकीकृति भू-स्थानिक प्लेटफॉर्म प्रदान करती है.

इसके अलावा, मंत्रालय ने इन कार्यों के लिए जियो-टैग (यानी जीपीएस निर्देशांक) के साथ फोटो खींचने में मदद करने के लिए एक मोबाइल आधारित समाधान एम-एक्शनसॉफ्ट का शुभारंभ किया. संपत्तियों की जियो-टैगिंग तीन चरणों में की जाती है. कार्य शुरू होने से पहले, कार्य के दौरान और कार्य पूरा होने पर. यह प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, जल संचयन, सूखा निवारण, स्वच्छता, कृषि, चेक डैम और सिंचाई माध्यम आदि से संबंधित सभी कार्यों और संपत्तियों के बारे में जानकारी का भंडार प्रदान करेगा.

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विकास कार्यों की प्लानिंग में मिलेगी मदद

ग्राम मानचित्र पर एम-एक्शनसॉफ्ट एप्लीकेशन का उपयोग करके जियो-टैग की गई संपत्तियां उपलब्ध हैं. जिससे ग्राम पंचायतों में विभिन्न विकास कार्यों की प्लानिंग को विस्तार दिया जा सकता है. वित्त आयोग निधि के तहत निर्मित संपत्तियों को पंचायतों द्वारा संपत्तियों की तस्वीरों के साथ जियो-टैग किया जाता है. पंचायत के मानचित्र पर जियो-टैग की गई संपत्तियों का जीआईएस डेटाग्राम मानचित्र एप्लीकेशन पर देखा जा सकता है. 

जीआईएस एप्लीकेशन का काम क्या होगा?

पंचायती राज मंत्रालय ने बताया है कि जीआईएस एप्लीकेशन ग्राम मानचित्र और कई प्लानिंग टूल्स प्रदान करता है. ग्राम पंचायत अधिकारी वास्तविक व व्यावहारिक विकास योजनाएं विकसित करने में जीआईएस तकनीक का उपयोग करते हैं. ये टूल्स विकास योजनाओं को बनाने में निर्णय लेने में मदद करते हैं. इससे विकास परियोजनाओं के लिए संभावित स्थलों की पहचान करने के लिए टूल्स, संपत्ति की ट्रैकिंग, परियोजना की लागत संबंधी अनुमान और परियोजना के प्रभाव का आकलन करने आदि की सुविधा मिलेगी.

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