कृषि भारत की विशेष पहचान है और भारत इस पहचान के साथ दुनियाभर में प्रसिद्ध है. भारत के लगभग हर कोने में किसी न किसी फसल की खेती होती है, जिसके कारण देश को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. वही सरकार की ओर से लोगों को खेती का महत्व समझा कर उन्हें खेती से जोड़ने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाता है. इसके अलावा बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए अनाजों की पैदावार को अधिक करने के लिए खेती को आधुनिक करने का भी प्रयास जारी है. भारत के अधिकांश राज्य ऐसे हैं जिनकी पहचान कृषि से ही है. उन्हीं में से एक मध्य प्रदेश भी है. यहां पर राज्य सरकार द्वारा लगातार किसानों को बढ़ावा दिया जाता रहा है, जिसके कारण प्रदेश में कृषि क्षेत्र में काफी विकास देखा गया है. साल 2022 में राज्य को कृषि से जुड़े कई पुरस्कार मिले हैं.
साल 2022 मध्यप्रदेश के लिए कृषि की दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण रहा. प्रदेश को कृषि क्षेत्र से कई पुरस्कार मिले हैं जिसकी जानकारी मध्यप्रदेश के कृषि मंत्रालय ने ट्वीट के माध्यम से दी है. इसमें लगातार 7वीं बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है. यह पुरस्कार किसी भी राज्य के गेहूं, धान, दलहन फसलें, मोटे अनाज और अन्य फसलों के उत्पादन और उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है.
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इसके अलावा प्रदेश को कृषि अधोसंरचना निधि का सबसे अधिक उपयोग किए जाने के कारण बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट का पुरस्कार मिला है. साथ ही प्रदेश को मोटे अनाजों को बढ़ावा देने और इसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी बेस्ट इमंर्जिंग स्टेट का पुरस्कार दिया गया है. इन सबके अलावा प्रदेश को एक और महत्वपूर्ण पुरस्कार मिला है. दरअसल, मध्य प्रदेश को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में एक्सीलेंस पुरस्कार मिला है.
मध्य प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई किसान हितैषी योजनाएं लागू की गईं हैं. कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से लेकर फसलों के संरक्षण जैसी कई योजनाओं से प्रभावित होकर काफी नए लोग खेती से जुड़े हैं, जिससे प्रदेश में खेती का रकबा बढ़ा है और पैदावार में वृद्धि देखी गई है. मध्य प्रदेश में मोटे अनाजों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया है जिसके कारण प्रदेश को पुरस्कृत भी किया गया है.
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