उधम सिंह नगर में गर्मी का सीजन आते ही आग ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया है. कई जगहों पर आगलगी की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसका खामियाजा किसानों को अधिक झेलना पड़ रहा है. किसानों को कुदरत की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. जहां एक ओर पिछले दिनों बेमौसमी बारिश ने किसानों की गेहूं की तैयार फसल बर्बादी कर दी, तो अब आग लगने के कारण किसानों को कुदरत की मार झेलनी पड़ रही है. ऐसी ही एक घटना शु्क्रवार को सामने आई जहां गेहूं की तैयार फसल में अचानक आग लग गई. इससे 12 एकड़ खेतों में गेहूं जल कर राख हो गया. ये गेहूं कुछ दिन में कटकर मंडी में जाने वाला था, लेकिन अब ये बर्बाद हो गया है.
उधम सिंह नगर में इन दिनों किसानों की गेहूं की फसल पक कर तैयार है. यह फसल किसानों की खून पसीने की गाढ़ी कमाई है, जिसके लिए वे कई-कई महीने मेहनत करते हैं. दिन में खेतों में काम और रात में आवारा पशुओं से रखवाली करते है. लेकिन इसी बीच किसानों को कुदरत की दोहरी मार झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है. जहां पिछले दिनों बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी, तो अब आगलगी की घटनाएं किसानों की गेहूं की तैयार फसल को नष्ट कर रही हैं.
ताजा मामला उधम सिंह नगर के बाजपुर तहसील का है जहां दो किसानों की गेहूं की तैयार फसल में अचानक आग लग गई. बिजली लाइन में शॉर्ट सर्किट होने के कारण खेतों में आग लग गई जिससे गेहूं का भारी नुकसान हुआ है. शॉर्ट सर्किट से उठी एक हल्की चिंगारी देखते ही देखते खेत में आग का गोला बन गई और लगभग दो किसानों की 12 एकड़ फसल जल कर राख़ हो गई.
ये भी पढ़ें: Good News: गेहूं की इन किस्मों ने दिखाया कमाल, खराब मौसम भी नहीं डाल पाया बुरा असर, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
आग की इस बड़ी घटना में गंभीर बात यह रही कि मौके से जब लोगों ने अग्निशमन विभाग को 101, 100 टोलफ्री नंबर पर संपर्क किया, तब किसी तरह का संपर्क नहीं हो पाया. न ही प्रशासन की तरफ से कोई टीम खेतों में पहुंची और न ही समय रहते आग पर काबू पाया गया. अंत में स्थानीय लोगों के प्रयास से ही आगू को नियंत्रित किया जा सका. लोग आगे नहीं आते और भी कई किसानों का फसली नुकसान होता.
किसान नेता और पीड़ित किसान दलजीत सिंह गौराया ने बताया कि उन्हें अचानक सूचना मिली कि उनके गेहूं के खेत में आग लग गई है. इसके बाद आनन-फ़ानन में वे अपने खेत पर पहुंचे. ज़ब तक वे पहुंचते, खेत में सभी गेहूं जल कर राख हो चुके थे. फायर विभाग को सूचना दी गई, लेकिन उधर से कोई नहीं पहुंचा. दलजीत सिंह गौराया की तरह और भी पीड़ित किसानों ने सरकार से फसली नुकसान का मुआवजा मांगा है.
ये भी पढ़ें: Ambala News: बारिश से भीगा सैकड़ों क्विंटल गेहूं, मौसम विभाग की चेतावनी पर भी नहीं जागे अधिकारी
एक और पीड़ित किसान ने कहा कि खेतों के ऊपर से लंबी-लंबी बिजली की तारें गुजर रही हैं जिससे हल्की सी चिंगारी निकली. हवा तेज थी, इसलिए चिंगानी ने धधकते आग का रूप ले लिया और कई खेतों में गेहूं जलकर राख हो गए. किसान ने कहा कि दमकल विभाग को इसकी सूचना दी गई, लेकिन वहां से कोई गाड़ी नहीं आई. बाद में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर किसानों ने आग पर काबू पाया. यह नुकसान 10-12 एकड़ खेतों में हुआ है जिसमें पूरी फसल जलकर राख हो गई है.