सूरजमुखी को भावांतर भरपाई योजना में शामिल करने के खिलाफ शुरू हुई लड़ाई अब एमएसपी की मांग पर आकर टिक गई है. सोमवार को किसानों ने कुरुक्षेत्र की पीपली अनाज मंडी में 'एमएसपी दिलाओ किसान बचाओ' रैली का आयोजन किया. वहीं, कुछ नतीजा नहीं निकलने पर किसानों ने कल ही जीटी रोड को जाम कर दिया. किसान कल से अभीतक वही पर डेरा डाले हुए हैं. वहीं रोड जाम हुए कई घंटे हो चुका है, लेकिन सरकार का कोई फैसला नहीं आया है कि वो सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद करेगी या नहीं. इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने किसानों से कहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली लाओ, पक्का मोर्चा लगाओ, अब आंदोलन मजबूत होगा.
दरअसल, राकेश टिकैत ने कहा, “सभी किसान संगठनों ने साझा फैसला लिया है. सरकार की नीयत ठीक नही है. किसानों के साथ वो चाल चल रही है. किसानों को यहां से वो यहां से उठाना चाहती है. चाहे लाठी चलाओ, गोली चालाओ, लेकिन जाम नहीं हटेगा, टोल रोका जा सकता है, रेल रोकी जा सकती है. 24 घंटे से अधिक हो गए जाम को, प्रशासन बहका रहा है. इसलिए अब आंदोलन मजबूत होगा. उन्होंने आगे कहा जो भी बातचीत होगी उसमें संयुक्त किसान मोर्चा भी होगा. मोर्चे के लोग गांवों में तैयारी रखें. इस आंदोलन को मजबूत करें. तैयारी रखें, ट्रैक्टर ट्राली लाओ, पक्के मोर्चे लगाओ. बातचीत करने अब साझा कमेटी जाएगी, जिसमें SKM भी रहेगा.
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उन्होंने कहा कि अब यहां भीड़ बढ़ेगी. पहलवानों का मामला खाप पंचायत देखेगी. अब आंदोलन में राष्ट्रीय नेता जुड़ गए हैं. आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा के अधीन चलेगा. यहां पक्का मोर्चा लगेगा. सभी किसान संगठन हैं. हम अब तक नरम रुख अपनाए हुए थे. लेकिन सरकार धोखेबाजी कर रही है.”
इनदिनों किसान एमएसपी के तहत सूरजमुखी के बीज खरीदने के लिए भाजपा शासित हरियाणा सरकार पर पूरा दबाव बना रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार से 6400 रुपये प्रति क्विंटल पर फसल खरीदने की मांग की है. दरअसल आयातित कच्चे सूरजमुखी और सोयाबीन तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से हरियाणा में किसान राजनीति उबाल पर है. चूंकि खुले घरेलू बाजार में सूरजमुखी के बीज की औसत कीमत 2022 में 6493 प्रति क्विंटल से गिरकर 2023 में 4800 प्रति क्विंटल हो गई है. इसलिए किसानों ने सूरजमुखी की फसल को एमएसपी के तहत लाने की मांग बढ़ा दी है.
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सूरजमुखी की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि खुले बाजार में कीमतें लाभकारी नहीं है. इस साल प्रति क्विंटल औसत कीमत 4800 रुपये है. वहीं, राज्य सरकार के अधिकारियों ने सूरजमुखी के बीज के एमएसपी के तहत खरीदने से इनकार कर दिया है. नतीजतन किसान कुरुक्षेत्र के पास NH44 सड़क पर आ गए हैं.